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कोटा विश्वविद्यालय की पुरुष टीम ने आज बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में जीता कबड्डी का स्वर्ण पदक

सारस न्यूज, वेब डेस्क।

मुझे उम्मीद है कि प्रो कबड्डी लीग के आयोजक अगले सत्र में इन उभरते हुए खिलाड़ियों को शामिल करने पर विचार करेंगे: अनुराग ठाकुर

कोटा विश्वविद्यालय और चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय की पुरुष टीमों ने आज बेंगलुरु में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2021 के समापन के मौके पर पुरुषों की कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल में शानदार खेल का प्रदर्शन किया।

दिन की शुरुआत कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के बीच महिलाओं के फाइनल से हुई। कुरुक्षेत्र की टीम शुरू से ही अपना दबदबा बनाते हुए आसानी से विजेता बनी।

दिन का असली आकर्षण केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल तथा सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की उपस्थिति में खेला गया पुरुषों का फाइनल था। इस अवसर पर, प्रो कबड्डी लीग के खिलाड़ी पवन सहरावत, अजय ठाकुर और नवीन कुमार भी उपस्थित थे। खिलाड़ियों के शानदार खेल से उत्साहित केन्द्रीय मंत्री ने प्रो कबड्डी लीग के आयोजकों से लीग के नौवें सत्र में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के फाइनल में खेलने वाली दोनों टीमों के उभरते खिलाड़ियों को शामिल करने पर विचार करने का अनुरोध किया।

केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा, “मैं लीग के इन सुपरस्टारों के साथ बैठा था और मैंने इनसे पूछा कि उनमें और यहां खेलने वाले लड़कों में कितना अंतर है।” “उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ खिलाड़ी निश्चित रूप से लीग में खेलने वाली टीमों का हिस्सा हो सकते हैं। ठाकुर ने कहा, “यह सुनने के बाद, मुझे उम्मीद है कि लीग के आयोजक अगले सत्र में इन उभरते हुए खिलाड़ियों को शामिल करने पर विचार करेंगे। यह कदम भारतीय खेल जगतमें एक बड़ाबदलाव लाने वाला साबित होगा। यह विश्वविद्यालय स्तर के खेलों के लिए हमारी खेल प्रणाली में अपनी प्रतिष्ठा को दोबारा हासिल करने का अवसर होगा।”

फाइनल मैच के दौरान एक तिहाई से भी अधिक समय तक दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर रही। कोटा विश्वविद्यालय और सीबीएलयू की टीम एक दूसरे को कोई मौका नहीं दे रही थी। दूसरे हाफ के आधे समय तक जब दोनों टीमों के बीच अधिकतम दो अंकों का अंतर था, कोटा विश्वविद्यालय ने बढ़त बनाते हुए अपने विरोधी टीम को ऑल आउट होने पर मजबूर कर दिया और फिर 15 अंकों के अंतर से जीत हासिल कर खेलों में अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। कोटा विश्वविद्यालय की टीम के कप्तान आशीष ने कहा, “मुझे लगता है कि पहले हाफ में हम सभी थोड़ा घबराए हुए थे। वातावरण, रोशनी, शोरगुल और मौके ने हमारी एकाग्रता पर असर डाला। हालांकि दूसरे हाफ में, हमारे कोच ने हमें खेल पर ही ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा और फिर, परिणाम जल्द ही सामने आ गया।”

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