सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
रांची: पलामू जिले के नावाबाजार थाना के निलंबित थानेदार लालजी यादव की संदिग्ध स्थितियों में हुई मौत पर जनाक्रोश थम नहीं रही है। गुरुवार को उनकी अंत्येष्टि के पहले साहिबगंज शहर में हजारों लोग निलंबित थानेदार लालजी यादव के लिए इंसाफ की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आये। इसके पहले पलामू में भी मंगलवार को इंसाफ की मांग करते हुए आक्रोशित लोगों ने लगभग 16 घंटे तक हाइवे जाम कर दिया था। बता दें कि निलंबित थानेदार लालजी यादव की लाश बीते मंगलवार को पुलिस क्वार्टर में फंदे से लटकी मिली थी। पुलिस अफसर इसे आत्महत्या का मामला बता रहे हैं, जबकि परिजनों का कहना है, कि उनकी हत्या की गई है, और यह हत्या किसी साजिश के तहत हुई है।
मृतक पुलिस अफसर के भाई ने पलामू के डीआईजी को दिये गये आवेदन में वहां के एसपी चंदन कुमार सिन्हा, विश्रामपुर के एसडीपीओ सुरजीत कुमार और डीटीओ अनवर हुसैन को उनकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने निलंबित थानेदार के परिजनों के आरोप को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा है कि लालजी यादव को अनुशासनहीनता की वजह से निलंबित किया गया था। पुलिस विभाग में यह सामान्य सजा है। उनकी आत्महत्या का इस मामले से कोई संबंध नहीं है। जांच में सभी बातें स्पष्ट हो जायेंगी।