सारस न्यूज, किशगनंज।
ठाकुरगंज प्रखंड के राजवंशी एवं गंगई समाज के लोगों ने बांगला नववर्ष के अवसर पर हर्षोल्लास के साथ सिरुआ पर्व मनाया। राजवंशी एवं गंगई बहुल प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सिरुआ पर्व का आयोजन किया गया। सिरुआ पर्व को लेकर राजवंशी एवं गंगई समाज के लोगों ने बताया कि बंगला नव वर्ष के अवसर पर सिरुवा का पर्व पूरे क्षेत्र में धार्मिक आस्था के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने से बड़ों के चरणों मे रंग डालकर उनसे आशीर्वाद लेते हैं व अपने-अपने ग्राम देवताओं की पूजा अर्चना करते हैं। इसी क्रम में गांवों में स्थापित सभी मंदिरों में समुदाय की महिलाएं पूजा अर्चना के साथ डाली चढ़ाया जाता है। मिट्टी से बने घटों की पूजा करते हैं और गांव के सभी महिलाएं एक साथ मिलकर गांव की मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद संध्या समय स्थानीय तालाबों अथवा नदियों में मिट्टी के घट एवं पूजन सामग्रियों को विसर्जित करती है। समुदाय के लोगों का कहना है कि यह परंपरा इनके पूर्वजों द्वारा प्रारंभ की गई थी जो अब तक निभाया जा रहा है। ये बताते हैं कि रात में यानी चैत्र मास में जो खाना बनाया जाता है वही खाना सुबह यानी बैशाख मास में खाते हैं। इस मौके पर घर आंगन को साफ कर सजाया जाता है। इस मौके पर बेटी – दामाद को बुलाया जाता है। सभी एक साथ मिलकर रंग खेलते हैं और विभिन्न तरह के व्यंजन बनाकर खिलाते हैं और इन्हें वस्त्र दान कर विदाई दी जाती है। परिवार की सुख एवं समृद्धि के लिए मनाए जाने वाले इस पर्व को लेकर राजवंशी एवं गंगई समाज के लोगों में काफ़ी उत्साह देखा गया।
