सारस न्यूज टीम, नई दिल्ली।
देश की राजधानी नई दिल्ली के मुंडका क्षेत्र में व्यावसायिक इमारत में लगी आग में ज्यादातर शवों की शिनाख्त नहीं हो पा रही हैं। आग में जलकर 27 लोगों की मौत हुई है, जिनमें मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। मृतकों में सिर्फ सात लोगों की पहचान हुई है। घायलों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संजय गांधी अस्पताल के एमएस डॉ एसके अरोड़ा ने बताया कि शव बुरी तरह झुलस गए हैं। सिर्फ सात शवों को ही उनके परिजन पहचान सके हैं। उनकी पहचान के लिए परिजन अस्पताल में आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है, उनका डीएनए निकाला जाएगा।
मुंडका इलाके के मेट्रो स्टेशन के पास चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार को चार बजे आग लगी थी। लापता और घायल हुए लोगों के परिजन रात से ही अस्पताल के बाहर अपनों का इंतजार कर रहे हैं। ज्यादार शव इतने जल गए हैं, कि परिजन अपनों को नहीं पहचान पा रहे हैं। अस्पताल परिसर में मौजूद लोग अपने लापता जान-पहचान के लोगों के लौट आने का इंतजार कर रहे हैं।
हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई, जिनमें सात लोगों की पहचान हुई है। अभी तक 29 लोग लापता हैं, इनमें 24 महिलाएं व 5 पुरुष शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान तानिया भूषण, मोहिनी पाल, यशोदा देवी, रंजू देवी, विशाल मिथलेश, कैलाश ज्यानि और दृष्टि के रूप में हुई है।
इस दौरान उत्तर दिल्ली नगर निगम के आयुक्त संजय गोयल ने कहा है कि औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्र में बिना फायर एनओसी के चल रही इकाइयों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन इकाइयों ने लाइसेंस नहीं लिया है, उन्हें 15 दिनों में एनओसी प्राप्त करनी होगी। अगर ऐसा नहीं करते हैं, तो 15 दिन बाद कार्रवाई की जाएगी।