बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
बुधवार को नेपाल सीमा पर स्थित मध्य विद्यालय गलगलिया के स्कूली छात्र-छत्राओं ने विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर अपने पोषक क्षेत्र गलगलिया में साक्षरता व जागरूकता रैली निकाली गई। स्कूली बच्चों द्वारा निकाली गई साक्षरता रैली विद्यालय प्रांगण से निकलते हुए घोषपाड़ा, गलगलिया बाजार, स्टेशन रोड, पंचायत भवन, सहनी टोला होते हुए स्कूल तक भ्रमण की। इस दौरान स्कूली बच्चें बैनर व साक्षरता पर स्लोगन लिख व नारे लगाते हुए स्थानीय लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक किया। हाथों पर लिए तख्तियों पर नारी हो या नर सब बने साक्षर, पढ़ेगा भारत तभी तो बढ़ेगा भारत, बापूजी का था कहना अनपढ़ बनकर कभी न रहना, शिक्षा का धन हैं सबसे न्यारा कभी न होता इसका बंटवारा, हमारा यही नारा हैं शिक्षा का अधिकार हमारा है आदि दर्जन भर साक्षरता विषय पर स्लोगन लिख रैली में शामिल हुए थे। इस बीच एक बच्ची की स्लोगन साक्षरता ही है श्रृंगार हमारा वरना व्यर्थ है जीवन सारा पर लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक अर्जुन पासवान ने कहा कि कहा कि मानव विकास और समाज के लिये उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर मानव चेतना को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा हमारे जीवन का आवश्यक अंग है। एक व्यक्ति का शिक्षित होना उसके स्वयं का विकास है, वहीं एक बालिका शिक्षित होकर पूरे घर को संवार सकती है। जब देश का हर नागरिक साक्षर होगा तभी देश की तरक्की हो सकेगी। साक्षरता की जागरूकता के लिए निकाली गई रैली में विद्यालय के सहायक शिक्षक धनंजय राय, बिंदु अग्रवाल, सोमा कुंडू, अमरनाथ नायक, संतोष पासवान, सीमा कुमारी, संजय कुमार, स्नेहलता कुमारी, कुमारी रंजीता, शोएब आलम, वर्षा रानी आदि सहित विद्यालय के बच्चें शामिल हुए।