सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज।
जम्मू-कश्मीर के लाल चौक पर ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल विशाल कुमार आतंकी हमले में शहीद हो गए। उनके बलिदान की खबर सुनते ही जवान के पैतृक घर हवेली खड़गपुर प्रखंड स्थित नाकी गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव और आसपास के लोग स्तब्ध रह गए। सुबह से घर पहुंचकर लोगों ने स्वजनों का ढांढस बंधाया। स्वजनों के साथ-साथ ग्रामीणों की आंखें नम रहीं। देर रात जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। जैसे ही विशाल का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा, सभी की आंंखें नम हो गई। चारों ओर भारत माता की जय का उद्घोष होने लगा। जब तक सूरज चांद रहेगा, अमर विशाल तुम्हारा नाम रहेगा के नारे लगने लगे। गांवभर में दूर-दूर से आए लोगों का जमावड़ा लग गया। हर कोई शहीद विशाल के अंतिम दर्शन पाने के लिए काफी आतुर दिखे।
हवेली खड़गपुर अनुमंडल पदाधिकारी आदित्य कुमार झा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार, खड़गपुर थानाध्यक्ष धीरेंद्र पांडे, शामपुर थानाध्यक्ष ओम प्रकाश दुबे के अलावे कई प्रशासनिक पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी नाकी गांव पहुंचे। वहीं, स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के नाकी गांव के के सरयुग मंडल के पुत्र बलिदानी विशाल कुमार काफी हंसमुख और मिलनसार थे। वह चार भाइयों में सबसे छोटे थे। छोटे होने के कारण सभी के दुलारे थे। वह अपने पीछे पिता सरयुग मंडल, पत्नी बबीता देवी, बेटी बिहू भारती, सृष्टि भारती और भाइयों को छोड़ गए। घटना के बाद पत्नी बबीता देवी का भी रो-रोकर बुरा हाल है। मां भी बार-बार बेहोश हो रही थी। ग्रामीण महिलाएं समझा-बुझाकर ढांढस बंधा रही थी।
कैंडल मार्च निकालकर आतंकी हमले में बलिदान को प्राप्त हुए मुंगेर के लाल विशाल कुमार को विजय चौक के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी। उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की गई। आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग लोगों ने जोर शोर से की। मंगलवार की देर शाम कार्यकर्ता विजय चौक पर एकत्र हुए। उन्होंने कहा कि वीर जवान का बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिए और अब आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनका खात्मा जरूरी है। कार्यकर्ता हाथों में कैंडल जलाकर विजय चौक पहुंचे। जहां उन्होंने जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही आत्मा की शांति के लिए और स्वजनोंं को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना की।