सारस न्यूज टीम, भागलपुर।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पिछले तीन वर्ष बाद भागलपुर के सुल्तानगंज की धरती पर बाबा अजगैवीनाथ धाम बम बम की आवाज से जहां गुंजायमान होगा। वहीं गेरुआ रंग की विभिन्न छटाओं से सराबोर होगा। सब के जुबां पर बोल बम के नारे कंधे पर गंगा जल से भरा कांवर लिए शिव भक्तों का सैलाब उमड़ेगा। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 14 जुलाई से भागलपुर जिले की गंगा तट से आरंभ होगी। इस पवित्र माह में चार सोमवार पड़ रहे हैं। सावन माह 12 अगस्त तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित सचिन कुमार दूबे कहते हैं कि इस बार सावन का पावन मास श्रावण और विशकुंभ और प्रीति योग में शुरू हो रहा है। चंद्रमा मकर राशि में गोचर करेगा। इसलिए इस बार सावन के महीने में सच्चे मन से की गई भक्ति का पूर्ण फल मिलेगा और शिव की कृपा सदा बनी रहेगी। इतना ही नहीं सभी चारो सोमवार भी विशेष योग और संयोग से अलंकृत है उस दिन का पूजा और महादेव के प्रति समर्पण से जीवन सुखमय होगा।
उन्होंने बताया कि 14 जुलाई से सावन का पवित्र माह का शुभारंभ होगा। पहला सावन सोमवार-18 जुलाई,
दूसरा सावन सोमवार- 25 जुलाई, तीसरा सावन सोमवार- 01 अगस्त, चौथा सावन सोमवार- 08 अगस्त तथा शुक्रवार- 12 अगस्त श्रावण मास का अंतिम दिन होगा।
इस दौरान शिवभक्तों के लिए प्रशासनिक तैयारी जोर- शोर से किया जा रहा है। शिवभक्तों को सुल्तानगंज उतरते ही जहां डिजिटल इंडिया का अक्स देखेगा वहीं कावंरियों के लिए जगह जगह लगा झरना और फुहार से कावंरियों का पैर सिंचित किया जाएगा। मानों भागलपुर की धरती पर शिव भक्तों का चरण पखारा जा रहा हो। शिवभक्तों की सेवा में प्रशासनिक महकमा दिन रात लगा रहेगा जिसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस पावन कार्य में जहां सरकारी सेवकों की कर्तव्य निष्ठा दिखेगी वही समर्पण भाव से सेवा का अक्स भी परिलक्षित होगा। इसके साथ ही कई स्वयंसेवी संस्था भी इस पुण्य सरोवर में डुबकी लगाने को आतुर रहेगी। भागलपुर की धरती से प्रारंभ होने वाली बाबा नगरी देवघर के शिवधाम की यात्रा में शिवभक्तों का हर कोई सहयोगी बनेगा।
इस संबंध में भागलपुर के डीडीसी प्रतिभा रानी बताती हैं कि तीन वर्ष बाद श्रावणी मेला लगने के कारण शिवभक्तों की भीड़ ज्यादा होने की संभावना है। जिला प्रशासन शिवभक्तों के हर एक सुविधा पर ध्यान रखेगा। इसकी मुकम्मल व्यवस्था किया जा रहा है। इस पवित्र काम में कर्तव्यनिष्ठता के साथ समर्पण भाव से सभी योगदान कर रहे हैं।