बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के तत्वावधान में अगले महीने 13 नंवबर से लेकर पांच दिसंबर तक चलने वाले घूम फेस्टिवल की मीडिया लांचिंग बुधवार को की गई। इसकी लांचिंग एनएफ रेलवे के जीएम अंशुल गुप्ता ने की। लांचिंग में घूम फेस्टिवल टी-शर्ट थीम, लोगो , प्रोमो व म्यूजिक लांच की। इस मौके पर उन्होंने संवाददाताओं से बातें करते हुए कहा कि डीएचआर ना सिर्फ एनएफ रेलवे का हेरिटेज है, बल्कि भारतीय रेलवे व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी काफी लोकप्रियता है। उन्होंने कहा कि दो फीट की लाइन पर चलने वाली यह दुनिया की एक मात्र नैरोगेज रेलवे सिस्टम है। उन्होंने कहा कि घूम एक ऐसा स्टेशन है, जिसे घूम फेस्टिवल के तौर पर सेलिब्रेट किया जा रहा है। तीन सप्ताह तक चलने वाली इस फेस्टिवल में रंगा-रंग कार्यक्रम के साथ डीएचआर से जुड़ी धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि घूम फेस्टिवल टूरिज्म के क्षेत्र में एक क्रांति लाएगा। जीएम ने कहा कि विस्टाडोम कोच ट्रेन डीएचआर तथा डूवार्स सेक्शन में पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। घूम महोत्सव का मुख्य आकर्षण केंद्र 150 वर्ष पुरानी विश्व धरोहर दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे है। उन्होंने बताया कि डीएचआर घूम भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है। जहां घूम महोत्सव का आयोजन होगा। दार्जिलिंग पर्यटन स्थल है। जहां आने वाले पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधा देने के लिए एनएफ रेलवे हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि घूम महोत्सव को 3 वर्गों में संचालित किया जाएगा जिसमें सांस्कृतिक साहसिक कार्य व पर्यटन को शामिल किया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्थानीय कलाकारों के साथ एनएफ रेलवे अंतर्गत प्रतिभावान कलाकारों के द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।
डीएचआर सूत्रों द्वारा बताया गया कि स्टीम जंगल टी सफारी सिलीगुड़ी जंक्शन से रंगटंग तक शुरू की गई है, जो कम समय में पर्यटकों के बीच लोकप्रियता हासिल करने लगी है। इस नई सेवा की शुरुआत इस वर्ष 30 अगस्त से शुरू की गई थी। अभी देखा जा रहा कि सप्ताह में शनिवार, रविवार तथा सोमवार को ‘स्टीम जंगल टी सफारी’ पूरी तरह से भर कर जा रही है। स्टीम जंगल टी सफारी ट्वॉय ट्रेन की सेवा को मांग के आधार पर नियमित रूप से चलाने की योजना है। इसमें विस्टाडोम कोच की सुविधा उपलब्ध है तथा इसे स्टीम इंजन से संचालित की जाती है। यह ट्वॉय ट्रेन टी-गार्डेन प्राकृतिक सुंदरता के अलावा हिमालयन पहाड़ियों के मनमोहक दृश्यों के बीच से गुजरती है। फिलहाल विस्टोडोम कोच में 14 यात्रियों की यात्रा करने की व्यवस्था है। हालांकि मांग के अनुसार अतिरिक्त कोच भी जोड़े जा सकते हैं। इस मौके पर कटिहार डिवीजन के डीआरएम एस के चौधरी सहित रेलवे के वरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे।