विशेष संवाददाता, सारस न्यूज़, पश्चिम बंगाल।
खोरीबाड़ी। नए साल 2022 का जश्न लोगों ने जमकर मनाया। शुक्रवार की आधी रात से शुरू हुआ जश्न शनिवार को दिन से लेकर देर शाम तक चलता रहा। लोगों ने सुबह उठकर नहाने के बाद मंदिरों में पूजा अर्चना करते दिखे। पिकनिक स्पॉट पर युवक-युवतियों से लेकर बच्चे और दंपति सभी जगह-जगह जश्न मनाते नजर आए। होटलों और रेस्टोरेंट में आयोजित पार्टी में युवक व युवतियों सहित दंपति भी जमकर थिरके।
शुक्रवार की देर रात से ही एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला भी चल पड़ा। किसी ने गले मिलकर तो कइयों ने हाथ मिलाकर विश किया। सबसे अधिक सक्रियता सोशल मीडिया पर रही। देर रात से ही मोबाइल के मैसेज बॉक्स, वाट्सएप, फेसबुक, सभी बिजी हो गये। सोशल मीडिया पर प्रेम संदेशों से लेकर आशीवर्चन तक के मैसेज वायरल होते रहे। नए साल पर पूरे नक्सलबाड़ी व खोरीबाड़ी इलाके में जश्न की धूम रही। आधी रात से ही नववर्ष के जश्न की शुरूआत हो गई थी। जैसे ही घड़ी की सुइयों ने 12 बजाया आतिशबाजी शुरू हो गई। खोरीबाड़ी प्रखंड से लेकर गांव में पटाखे गूंजने लगे। आतिशबाजी से निकली चिंगारी आसमान को रोशन करने लगे। लोग एक-दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर का विश करना शुरू कर दिया। कई जगह गीत-संगीत की महफिल सजाई गई थी।
पिकनिक स्पॉट पर युवक-युवतियों की टोली ने धमाल मचाया। हैप्पी न्यू ईयर के साथ युवक-युवतियों ने जमकर जश्न मनाया। पिकनिक स्पॉट पर गीत-नृत्य का कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा। युवा नए साल का जश्न आधी रात को मनाया ।साथ ही नाचते थिरके हुए एक दूसरे को बधाई दी। कई होटलों में भी लोगों ने पार्टी के साथ नए साल की शुरुआत की। आधी रात से शुरू हुआ यह जश्न शनिवार को दिन भर और शाम तक चलता रहा। नववर्ष की सुबह की शुरूआत अधिकांश लोगों ने मंदिरों से की। आसपास के मंदिरों में लोगों ने पूजा-अर्चना कर नए साल की शुरूआत की और भगवान को नमन करते हुए सुख शांति जीवन के लिए भगवान से कामना की। वहीं युवा वर्ग बड़ी संख्या में पिकनिक स्पॉट पर भी नजर आए। खासकर दूधिया, पानीघाटा , बुलकाजोत आदि पिकनिक स्पॉट पर बड़ी संख्या में लोग जुटे और नववर्ष का लुत्फ उठाया। उन स्थानों के इर्द-गिर्द मेले सा दृश्य था। बैलून से लेकर खाने-पीने की दुकानें भी सजी थीं जहां लोगों की भीड़ थी। लोग परिवार के साथ पिकनिक मनाते नजर आए। लोग मोबाइल पर सेल्फी और एक-दूसरे की तस्वीर लेते दिखे। नए साल का पहला दिन उमंग, उत्साह व आनंद के बीच गुजरा