चन्दन मंडल, सारस न्यूज़, बंगाल।
खोरीबाड़ी : सोमवार को नक्सलबाड़ी में बिरसा मुंडा कॉलेज परिसर में बिरसा मुंडा की 146 वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर नक्सलबाड़ी बिरसा मुंडा कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर वीरेंद्र मृधा व सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक गौतम देव सहित अन्य ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर मल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने कॉलेज के पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया। इस दौरान सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक गौतम देव ने बिरसा मुंडा को नमन करते हुए उनकी शहादत को याद किया और उन्होंने कहा कि बिरसा के सपनों को साकार करने के लिए हमें एकजुट होने की आवश्यकता है। बिरसा आदिवासियों के मसीहा थे। उन्होंने समाज से अंधविश्वास व कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा बिरसा मुंडा ने महज 25 वर्ष की उम्र में अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान किया था। उनकी जीवन गाथा लोगों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा बिरसा मुंडा आदिवासी समाज में आई नवचेतना के सूत्रधार, आजादी की जंग के महानायक, धर्म व संस्कृति के महारक्षक, साहस व शौर्य के प्रतीक थे। कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर वीरेंद्र मृधा ने कहा बिरसा मुंडा लोगों से स्वच्छता अपनाने व अपने आसपास के लोगों को प्रेरित करने की बातें कही थी।
उन्होंने कहा उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के खूंटी जिले के उलीहातू गांव में हुआ था। उन्होंने समाज में जागरूकता लाने के लिए लोगों को शराब पीने का विरोध करने का उपदेश दिया था। साथ ही उन्होंने भी सादा भोजन करने एवं भूत प्रेत की पूजा करने का विरोध किया था। वे आदिवासी समाज के प्रथम गुरु के रूप में जाने जाते हैं। आज हम सब को जरूरत है उनके बताये कदम नक्शे पर चलने की। कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लोहा लेने वाले भगवान बिरसा का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा ने गुलामी तथा जुल्म के खिलाफ संघर्ष किया था। देश के स्वतंत्रता संग्राम में झारखंड के युवाओं की अहम भूमिका रही है। हमें स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करना है। इस मौके पर सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक गौतम देव, बिरसा मुंडा कॉलेज के प्राचार्य वीरेंद्र मृधा, मैनेजिंग कमिटी के अध्यक्ष सुजीत दास , बर्दवान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ . निमाई चंद्र साहा , उत्तरबंग विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रर डॉ . दिलीप कुमार सरकार , डॉ . देवाशीष दत्त , डॉ . सुबोध हांसदा समेत अन्य लोग उपस्थित थे ।
रथखोला फुटबॉल अकादमी नक्सलबाड़ी ने मनाई जयंती :
रथखोला फुटबॉल अकादमी नक्सलबाड़ी ने वीर बिरसा मुंडा की 146वी जयंती मनाई। रथखोला फुटबॉल अकादमी नक्सलबाड़ी के प्रमुख विद्युत दास ने नक्सलबाड़ी के दक्षिण रथखोला मैदान में स्थित बिरसा मुंडा की तस्वीर पर मालापर्ण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की । इस अवसर पर महिला फुटबॉल टूर्नामेंट का भी आयोजन किया गया।
नक्सलबाड़ी आदिवासी मैदान में मनाया गया बिरसा मुंडा की जयंती:
नक्सलबाड़ी आदिवासी मैदान में बिरसा मुंडा की 146 वीं जयंती मनाई गई। मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
डुमुरिया में मनी बिरसा मुंडा की जयंती :
खोरीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत डुमरिया में बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई ।मौके पर फ़ांसीदेवा-खोरीबाड़ी भाजपा विधायक दुर्गा मुर्मू ने बिरसा मुंडा की तस्वीर पर मल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की। इस दौरान विधायक दुर्गा मुर्मू ने बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अंग्रेजों के दमनकारी शासन के खिलाफ आदिवासी आंदोलन के लोकनायक बिरसा मुंडा की आज 146वीं जयंती है । भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में आजादी और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक बिरसा मुंडा का जन्म आज के ही दिन 15 नवंबर 1875 को हुआ था।बिरसा मुंडा मात्र 25 साल की उम्र में अपने हक और स्वयत्तता के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हुए थे । बिरसा ने आदिवासियों को अंग्रेजी दासता से मुक्त होकर सम्मान से जीने के लिए प्रेरित किया है।