विशेष संवाददाता, सारस न्यूज़, दार्जिलिंग।
नक्सलबाड़ी /खोरीबाड़ी : रविवार को पूरे देश के में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती मनाई गई। इसी क्रम में नवजागरण मंच नक्सलबाड़ी द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर नक्सलबाड़ी व्यवसायी समिति व नवजागरण मंच के सदस्यों द्वारा नेताजी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए और उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर नमन किए । इस मौके पर व्यवसायी समिति की ओर से निखिल घोष, धर्मेंद्र पाठक, दिलीप बारोई व नवजागरण मंच के सतीश सिंह, जोगिन्दर साह सहित अन्य मौजूद थे। मौके पर दिलीप बारोई ने जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी क्रांति से ही आजादी दिलाने के पक्षधर इसलिए उन्होंने इसमें विदेशों में रह कर अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन किया और नौजवानों को एकत्रित कर 1943 में आजाद हिन्द फौज का गठन किया।

वही धर्मेंद्र पाठक ने कहा कि नेताजी महात्मा गांधी की अहिंसा वादी नीति से सहमत नहीं थे। इसीलिए उन्होंने नौजवानों में “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का नारा बुलंद किया और युद्ध लड़कर अंग्रेजों को परास्त करने में अपनी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि नेताजी एक महान पुरुष थे और आजादी दिलाने की उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर शाम को चित्र कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान वाले को गणतंत्र दिवस के दिन पुरस्कृत किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर खोरीबाड़ी सर्किल के रामजनम प्राथमिक विद्यालय में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125 वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर विद्यालय कमिटी के सदस्य राम ईकबाल साह ने विद्यालय परिसर में तिरंगा फहराया। मौके पर शिक्षक प्रभारी अंबुज कुमार राय ने नेताजी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने सरकारी नौकरी छोड़ कर असहयोग आंदोलन में भाग लिया। सरकार के किसी अधिकारी बनने के बजाय नेताजी ने मातृभूमि का सेवक बनना स्वीकार किया था। सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिद फौज का गठन किया। तुम मुझे खून दो में तुम्हें आजादी दूंगा का नारा दिया। मौके पर सभी अतिथियों का मुंह मीठा कराया गया। इस मौके पर शिक्षक अंबुज राय, विद्यासागर महतो, गौतम सरकार, दीपांकर सरकार व चक्करमारी व्यवसायी के सदस्य सुशैन विश्वास, नवीन ठाकुर, समाज सेवी विनोद प्रसाद, पूर्व उपप्रधान अनिल हेमरम सहित अन्य मौजूद थे।
