चंदन मंडल, सारस न्यूज़, खोरीबाड़ी।
खोरीबाड़ी : सड़क पर भीख मांगने वाले सैकड़ों मिल जाएंगे, लेकिन वाकई में गरीब आदमी किसी से मांगता नहीं है। नेकी की दुकान बनाने की शायद यही वजह रही होगी। नेकी की दीवार वैसे तो हर शहर में दिख जाती है, लेकिन नेकी की दुकान सिर्फ बतासी में ही है। जहां विविध रंग और साइज के कपड़ों से ढकी हुई है। जहां बिना मांगे और सिफारिश के पसंद के कपड़े चुने जा सकते हैं। बतासी में एक सरकारी शिक्षक नेकी की दूकान खोलकर जरूरतमंदो को कपड़ा मुहैया करवा रहे है।
देवीगंज प्राइमरी स्कूल के शिक्षक बिश्वम्बर प्रसाद व उनके साथियों ने जरूरतमंद लोगों को कपड़े के लिए एक नेकी की दुकान शुरु की है। यह नेकी की दुकान खोरीबाड़ी प्रखंड अंतगर्त बतासी बाजार से एक सौ मीटर अंदर बंधन बैंक के समीप उनके घर में ही है। विश्वम्बर प्रसाद और उनके साथियों का मकसद जरूरतमंदों को कपड़ा देना है।
इस दुकान की शुरुआत 15 अगस्त 2019 को हुई । शिक्षक विश्वम्बर प्रसाद व उनके साथियों का उद्देश्य उन गरीबों को वस्त्र पहुंचाना है, जिसकी उन्हें आवश्यकता है। विश्वम्बर प्रसाद ने बताया पहले इस नेकी की दुकान को उन्होंने अकेले ही शुरु की थी, परंतु वर्ष 2020 में कई लोग इसमें अपना योगदान दे चुके हैं। अब उन्होंने फिर से अकेले ही अगस्त महीने 2021 से यह नेकी की दुकान शुरु की है। उन्होंने बताया 15 अगस्त 2019 को बिना मूल्य वस्त्र बाजार खोलने के बाद इलाकों के काफी संख्या में जरूरतमंद लोगों के बीच वितरण किया गया, लेकिन कोरोना का कहर और लॉकडाउन को देखते हुए करीब पांच महीने पहले बिना मूल्य वस्त्र बाजार को बंद किया गया। इससे पूर्व 2020 में कोरोना को लेकर बंद किया गया था। अब स्तिथि को देखते हुए फिर से बिना मूल्य वस्त्र बाजार को खोलने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए बिना मूल्य वस्त्र बाजार प्रत्येक रविवार को सुबह दस बजे से शाम तीन बजे तक खोला जाता है। इस दुकान में बागडोगरा, शिवमंदिर, नकसक्लबड़ी व विभिन्न जगहों से दान किए गए कपड़ों को एकत्र किया जाता है। बाद में गरीब व जरूरतमंद लोग यहां आकर अपनी पसंद के कपड़े ले जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने 2021 से यह नेकी की दुकान खोलने के बाद अबतक हजारों जरूरतमंद लोग अपने पसंद का कपड़ा ले गए हैं।
