चंदन मंडल, सारस न्यूज़, खोरीबाड़ी।
आरटीए व पुलिस विभाग की लापरवाही किसी दिन बड़े हादसे का हो सकता है कारण
ओवरलोड वाहनों से बेशक सड़कें खराब हो रही है और जाम की समस्या परंतु अफसरों की तिजोरी अवश्य भर रही
ओवरलोड वाहनों से बेशक सड़कें खराब हो रही है और जाम की समस्या बढ़ रही है परंतु अफसरों की तिजोरी अवश्य भर रही है। ऐसे वाहनों के संचालन में पुलिस-प्रशासन नेटवर्क काम कर रहा है। इसका अंदाजा इसी बातों से लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 327 से सैकड़ों की संख्या में ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं, परंतु इसपर रोक लगाना संभव नहीं हो पा रहा है। प्रशासन के नियमों को ठेंगा दिखाकर 327 राजमार्ग की सड़कों पर चल रहे ओवरलोड वाहन कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं, लेकिन प्रशासन मौन है। आरटीए व पुलिस विभाग की लापरवाही किसी दिन बड़े हादसे के रूप में सामने आएगी। जिसमें कई लोगों की जिदगियां दाव पर लगेंगी।
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि खोरीबाड़ी थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग 327 पर ओवरलोडिंग वाहनों पर रोक नहीं लग पा रही है। बेरोकटोक ओवर लोडिंग वाहन इस सड़क से गुजरते हैं। ऐसा कोई भी दिन जाता है नहीं गुजरता है, जब इस सड़क पर रेत, बजरी, पत्थरों गिट्टी, बेड्मिसाली और बालू के ओवरलोडिंग का ट्रक व ट्रैक्टर राष्ट्रीय राजमार्ग 327 के सड़कों से न गुजारी हो।
अफसरों, ट्रक या हाईवा ड्राईवर और इंट्री माफिया के गठजोड़ से जनता के हक की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो रहीं हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में दौड़ रहे ओवरलोड ट्रकों व डंपरों के कारण दो व चार पहिया वाहन सवार अक्सर हादसे का शिकार बन रहे हैं। भले, राज्य में बालू, बेडमिसाली, गिट्टी और पत्थरों के अवैध परिचालन रोकने की कवायदें होने का दम भरा जा रहा है, लेकिन नतीजा सिफर है। खनन करने और खनिज परिवहन करने वाले ज्यादा रुपये कमाने के लालच में नियम ताख पर रखे हैं। बंगाल की नदियों का दोहन कर बिहार के विभिन्न हिस्सों में पहुंच रहे हैं।
लगातार जारी है ओवरलोडिंग:- ट्रकों की ओवरलोडिंग राष्ट्रीय राजमार्ग 327 लगातार जारी है। इसमें सबसे बड़ी संख्या गिट्टी, बालू और पत्थरों ढोनेवाले ट्रकों की है। इस कारण ग्राहकों को मानक से अधिक लोडिंग खरीदनी पड़ रही है। स्टैंडर्ड के हिसाब से 8 चक्का, 10 चक्का, 12 चक्का और 16 चक्का ट्रकों पर अलग अलग लोडिंग मानक दिए गए हैं। परंतु हालत यह है कि 400 सीएफटी के ट्रक पर 800 सीएफटी लोडिंग हो रही है। इसी तरह 500 सीएफटी के ट्रकों पर 1000 सीएफटी की लोडिंग सप्लाई की जा रही है। ओवरलोडिंग का स्पष्ट प्रमाण बंगाल से बिहार जाने वाली गिट्टी की लोडिंग पर देखने को मिलता है। कोई भी ट्रक 1000 सीएफटी से कम गिट्टी की सप्लाई नहीं कर रही है। ऐसे दर्जनों ट्रक प्रतिदिन राजमार्ग 327 के सड़को पर देखे जाते दीखते है। इंट्री माफिया से रास्ता साफ़ होने का सिग्नल मिलते ही वे गंतव्य स्थान पर माल गिरा देते हैं। इस संबंध में दार्जिलिंग जिले के ग्रामीण डीएसपी अचिंत्य गुप्ता से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि इस मामले में हम कुछ नहीं बोल सकते हैं आप एमबीआई से बात कर लीजिए। ओवरलोडिंग के बारे में एमबीआई ही बोल पाएगा। वही दूसरी ओर इस संबंध में एमबीआई से बात करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो पाई।