विशेष संवाददाता, सारस न्यूज़, दार्जिलिंग।
खोरीबाड़ी : मंगलवार को अपर बागडोगरा हुचमीननगर लीचीबागान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा एवं ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश शोभा यात्रा के साथ हुआ। इस दौरान पूरे इलाके में भक्तिमय माहौल में लोगों ने जगह-जगह कलश शोभा यात्रा का स्वागत किया। मंगलवार को प्रथम दिन सैकड़ों पीला व लाल वस्त्रधारी महिलाओं एवं कन्याओं ने मंगल गीत गाते हुए कलश धारण कर परिभ्रमण किया। श्रद्धालुओं ने हुचमीन नगर बागडोगरा से कमलपुर तक कलश यात्रा निकाली। इसके बाद विभिन्न स्थानों के मार्गों का परिक्रमा करने के बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर विधिवत पूजन किया गया। इस दौरान चहुंओर भक्तिमय नारो से गुंजायमान हो गया। शाम को व्यास मंच के पूजन के उपरांत प्रथम दिन कथा के माध्यम से श्रीमद भागवत के माहात्म्य की विस्तार से चर्चा की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रत्येक वर्ष ही किया जाता है। लेकिन कोविड -19 (कोरोना महामारी ) के कारण पिछले दो वर्षों से आयोजन नही हो पाया था।

भागवत गीता पाठ को लेकर इलाके के लोगों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। इस कलश यात्रा में सभी जाति के लोगों कि समावेश देखने को मिला। कार्यक्रम के प्रथम दिन श्रीमद भागवत कथा के महत्व की विस्तार से चर्चा करते हुए कथावाचक ने कहा कि मानव मन का मंथन कर आनंद की अनुभूति कराता है श्रीमदभागवत महापुराण। उन्होंने कहा कि भागवत शास्त्र का आदर्श दिव्य है। घर में रहते हुए ईश्वर की प्राप्ति का रास्ता बताता है भागवत कथा। साथ ही कथा का अमृत पीने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है और जीव पवित्र होता है। इस दिन कलश यात्रा में बागडोगरा निवासी अंबुज कुमार राय, कमल महतो पद्ममा दे राय, राकेश दुबे, बीना बर्मन सुबीर सेन सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं शामिल थे।