बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
गत 36 घंटे से भी अधिक समय तक लगातार हुई मूसलधार बारिश के चलते, सिलीगुड़ी, तराई, डुवार्स, दार्जिलिंग व सिक्किम पर्वतीय क्षेत्र एवं पूर्वोत्तर भारत से शेष भारत को जोड़ने वाली लाईफ लाईन एनएच-31 पर सिलीगुड़ी के निकट माटीगाड़ा में बालासन नदी पर स्थित ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है। इस ब्रिज पर दो पहिया वाहनों व पैदल यात्रियों को छोड़ कर बाकी सभी के लिए प्रशासन व पुलिस ने आवाजाही पर रोक लगा दी है। उक्त ब्रिज के क्षतिग्रस्त हो जाने को लेकर लोगों में खासा रोष है। इस पर तरह-तरह के सवाल भी उठने लगे हैं। विशेषकर, सोशल मीडिया में लोग काफी मुखर हो उठे हैं। अनेक लोगों ने यह रेखांकित किया है कि बालासन ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने की वजह मूसलधार बारिश नहीं बल्कि खनन माफिया हैं। बालासन नदी का ऐसा अंधाधुंध खनन किया गया है कि ऐसी विपदा होनी ही होनी थी। लोगों का यह भी कहना है कि खनन माफिया ने ब्रिज के पिलरों को भी नहीं बख्शा। उसके आस-पास भी जम कर खनन किया। यही वजह है कि ब्रिज की बुनियाद को चोट पहुंची और आज इतनी बड़ी मुसीबत आन पड़ी। आम लोगों ने अब भी इस दिशा में सबके विशेषकर प्रशासन व पुलिस के सजग होने एवं खनन माफिया पर लगाम लगाने की मांग की है।