बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
सिलीगुड़ी से लगभग 5 किलोमीटर दूर माटीगाड़ा के निकट बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बालासन नदी ब्रिज पर अगले महीने 20 नवंबर के बाद ही सुचारू रूप से यातायात सेवा शुरू हो सकता है। उक्त ब्रिज के नीचे लोहे का प्रीफैब्रिकेटेड ढांचा तैयार कर लगभग 20 मीटर लंबा बेली ब्रिज तैयार करने की योजना बनाई जा रही है। उक्त जानकारी दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद तथा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजु बिष्ट ने दी हैं।
उन्होंने शनिवार की सुबह बालासन ब्रिज का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से बातें कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश की वजह से बालासन ब्रिज क्षतिग्रस्त होना दुखद है। उन्होंने कहा कि इस ब्रिज के संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों व सड़क व राजमार्ग मंत्रालय के लोगों से बात हुई है। उन लोगों ने बीते शुक्रवार को खुद मौके पर आकर ब्रिज का निरीक्षण किया। ब्रिज से यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चालू किए जाने को लेकर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। ब्रिज के नीचे 10 मीटर के अंतर पर खंबे तैयार किए गए हैं, जिनमें बीच का एक खंबा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसलिए तीन खंबो के बीच जो 20 मीटर के एरिया है उस एरिया में बेली ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। ब्रिज के नीचे जो खंबा क्षतिग्रस्त हुआ है। वह खंबा लगभग 260 मिलीमीटर धंस गया है। उस जगह पर एक प्रीफेब्रिकेटेड लोहे का स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। उस नए स्ट्रक्चर पर ही ब्रिज का पूरा भार आ जाएगा तथा उस ब्रिज से यातायात व्यवस्था शुरू की जा सकेगी
सांसद राजू बिष्ट ने बताया कि लोहे का स्ट्रक्चर तैयार करने तथा बेली ब्रिज बनाने में लगभग 25 दिन का समय लगेगा। इसलिए 25 दिन बाद ही इस ब्रिज से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से सुचारू होने की संभावना है। बताया गया कि फिलहाल दोपहिया वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों के आवागमन पर रोक है। बिष्ट ने बालासन ब्रिज क्षतिग्रस्त होने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि यह जो रोड है इस रोड के रखरखाव तथा मरम्मत के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने राज्य लोक निर्माण विभाग को दे दिया है। जबकि वर्ष 1964 में बने इस ब्रिज का ना तो ठीक से रखरखाव पर ध्यान दिया गया और न ही इसका कभी रिपेयर किया गया। उन्होंने कहा कि यहां तक इंजीनियर को यह भी पता नहीं है प्रीवेंटिव मेंटिनेस क्या होता है।
सांसद बिष्ट ने राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के लोगों को पूरी तरह से उपेक्षित करके रखी हैं ।दक्षिण बंगाल में छोटी सी छोटी घटना होती है वह राष्ट्रीय से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक छा जाती है, जबकि उत्तर बंगाल में इस तरह की घटना होती है, तो यहां के लोगों के साथ भेदभाव किया जाता है।