सारस न्यूज टीम, सिलीगुड़ी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर शहर को जाम मुक्त करने की दिशा में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने ट्राफिक रक्षक योजना शुरु किया है। ट्राफिक समस्याओं के समाधान के लिए ट्राफिक पुलिस दक्ष 44 कर्मचारी मोटर साइकिल से शहर का चक्कर लगाएंगे। जाम से निजात के साथ ट्राफिक नियमों की धज्जियां उड़ा कर रफ्तार पकड़ने वालों पर भी इनकी पैनी नजर रहेगी।
सिलीगुड़ी नगर निगम पर तृणमूल का कब्जा होते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहर को जाम मुक्त करने की जिम्मेदारी मेयर गौतम देव के साथ पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा के कंधो पर डाली। मुख्यमंत्री का निर्देश मिलते ही शहर की ट्राफिक व्यवस्था में सुधार कार्य दिखने लगा। फूटपाथ को कब्जा मुक्त कराने के साथ अवैध पार्किग, सिटी आटो, ई-रिक्शा, बस-टैक्सी आदि की पार्किग को व्यवस्थित करने की दिशा में पुलिस कई कड़े कदम उठाया। शहर को जाम मुक्त करने की दिशा में पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने 44 ट्राफिक पुलिस कर्मचारियों के दस्ते को सड़क पर उतारा है।
वर्दी के साथ मिनी कैमरा व जीपीएस सिस्टम से लैस यह दस्ता मोटर साइकिल से गश्त लगाएगी। रक्षक वाहिनी के संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए डीसीपी (ट्राफिक) अभिषेक गुप्ता ने बताया कि सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के छह ट्राफिक गार्ड और दो चौकी को 44 जोन में विभक्त किया गया है। प्रत्येक जोन के लिए एक कर्मचारी को अत्याधुनिक यंत्र के साथ मोटर साइकिल प्रदान किया गया है। जीपीएस के माध्यम से आला अधिकारी रक्षक दस्ते पर निगरानी रखेंगे। रक्षक दस्ता जाम, सड़क दुर्घटना आदि ट्राफिक संबंधी अन्य समस्याओं के निदान के साथ ट्राफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।
रक्षक दस्ते को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने बताया कि सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस शहरवासियों की सेवा में 24 घंटे तत्पर है। ट्राफिक पुलिस सिर्फ सुबह के 9 से रात के 9 तक नहीं बल्कि देररात तक काम कर रही है। जिसकी वजह से ट्राफिक व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। सभी नागरिकों को साथ लेकर जाम मुक्त शहर गठन की दिशा में पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है।