सारस न्यूज टीम, सिलीगुड़ी।
गुरुवार को सिलीगुड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा राज्य की शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार व कटमनी के खेल, कॉलेजों मेंं छात्र संघ के चुनाव न होने तथा महिलाओं के खिलाफ हिंसा व दुराचार के बढ़ते मामले के खिलाफ महाजुलूस निकाला। यह जुलूस शहर के कंचनजंघा स्टेडियम से शुरू होकर वेनस मोड़, सेवक मोड़ होते हुए एयरव्यू मोड़ के पास संपन्न हुई।
जुलूस के दौरान मौके पर उपस्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उत्तर बंगाल प्रांतीय सचिव शुभब्रत अधिकारी ने कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। शिक्षा में भ्रष्टाचार, कटमनी का खेल पूरी तरह चरम पर है। पंचायत चुनाव आते ही राज्य में सत्ताधारी दल के लोग शिक्षा विभाग में नौकरी के नाम पर बेरोजगार युवक-युवतियों से पैसा वसूली में लगे हुए हैं। शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार किस कदर हावी है, इसका ज्वलंत उदाहरण राज्य में शिक्षक तथा शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति में हुई धांधली व भ्रष्टाचार के खेल में राज्य के दो-दो मंत्रियों के नाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह पिछले वर्ष राज्य विधान सभा चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद तृणमूल कांग्रेस द्वारा पूरे राज्य में हिंसा व अराजकता का माहौल कायम कर रखी है, इससे पूरे राज्य की जनता त्रस्त है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहा है। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
इस दौरान अन्य एबीवीपी वक्ताओं ने कहा कि जिस राज्य की मुख्यमंत्री महिला हो और उस राज्य में महिला ही सुरक्षित नहीं हों, इससे बड़ी विडंबना उस राज्य के लिए कुछ नहीं हो सकती है। इन सब घटनाओं के खिलाफ एबीवीपी बांग्ला बचाओ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत हर प्रखंड स्तर पर 10 मई मंगलवार से ही हस्ताक्षर अभियान चलाए जा रहे हैं। बीते मंगलवार को उत्तर बंगाल के सभी जिलों में एक साथ डीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया। एबीवीपी नेताओं ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद कालेजों में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए पांच वर्षों से छात्र संघ चुनाव नहीं होने दे रहा है। एबीवीपी सदस्यों ने बताया कि उत्तर बंगाल के 64 कालेजों में एबीवीपी की यूनिट स्थापित हो चुकी है।