बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल को बेहद शातिप्रिय राज्य करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी पर राज्य को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने बढ़ती महंगाई व वैक्सीन के 100 करोड़ डोज के दावे पर केंद्र सरकार को घेरा। रविवार को सिलीगुड़ी के बाघाजतिन पार्क में आयोजित विजय सम्मेलनी कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पूरे विश्व में दुर्गा पूजा जैसे बड़ा कोई उत्सव नहीं होता है। यहा शाति पूर्वक पूजा का आयोजन किया गया। कहीं से किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। लोग हंसी-खुशी उत्सव मनाए।
मुख्यमंत्री ने राज्य में अराजकता तथा हिंसा का माहौल स्थापित होने के भाजपा द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को सिर्फ राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ पश्चिम बंगाल को बदनाम करने के लिए राज्य में हिंसा होने की रट लगा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा प्रचारित किया जा रहा है कि चुनाव बाद उत्तर बंगाल समेत राज्य में जगह-जगह हिंसा हुई है। जबकि यह आरोप पूरी तरह से गलत है। कहीं कोई हिंसा नहीं हुई है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने त्रिपुरा में कथित तौर पर तृणमूल काग्रेस के नेताओं पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा की बात करने वाले त्रिपुरा के बारे में नहीं बोल रहे हैं, जहा हमारे नेताओं व कार्यकर्ताओं को मारा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ अस्पताल में इलाज भी नहीं होने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की नेता सुष्मिता देव पर भी त्रिपुरा में हमले किए गए।
पिछले दिनों भारत में कोरोना टीकाकरण के एक सौ करोड़ रोज पूरे होने के केंद्र सरकार की दावे की भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि एक सौ करोड़ टीकाकरण का गाना गाने से कुछ नहीं हो जाता, जब तक लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज नहीं मिल जाए, उसे पूर्ण रूप से टीकाकरण किया जाना नहीं कहा जा सकता है । एक सौ करोड़ डोज दिए जाने के ढोल, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीटी जा रही है, इनमे मात्र 29 करोड़ 51 लाख लोगों को दोनों डोज दिए गए हैं। इस मामले में भी पश्चिम बंगाल एक नंबर पर है। पश्चिम बंगाल को मात्र सात करोड़ वैक्सीन मुहैया कराए गए, जिनमें 40 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज दिए जा चुके हैं, जबकि पश्चिम बंगाल को वैक्सीन मुहैया कराए जाने में तीसरे नंबर पर रखा गया है। सबसे ज्यादा 15 करोड़ वैक्सीन उत्तर प्रदेश को मुहैया कराया गया। इसके बाद 10 करोड़ महाराष्ट्र को तथा सात करोड़ पश्चिम बंगाल को मुहैया कराया गया। टीकाकरण सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाए जाने पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जब टीकाकरण सर्टिफिकेट और उनका फोटो दिया जा रहा है तो कोरोना से जिन लोगों की मौत हो रही है, उस मृत्यु प्रमाण पत्र पर भी उनका फोटो दिया जाना चाहिए। को-वैक्सीन कंपनी की वैक्सीन को मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की वैक्सीन करार देते हुए कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जो लोग को-वैक्सीन का टीका लगा चुके हैं, उन्हें विदेशों में जाने नहीं दिया जा रहा है। इससे छात्र व इलाज के लिए विदेशों में जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार को उन्होंने कोसते हुए कहा कि हर दिन डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे ही गैस के दाम बढ़ते रहे तो लोगों को लकड़ी पर खाना बनाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। महंगाई को लेकर केंद्र सरकार मौन धारण की हुई है।
पश्चिम बंगाल समेत पंजाब और असम में सीमा सुरक्षा बल के जाच अभियान चलाने तथा गिरफ्तारी करने के दायरा को 15 किलोमीटर से बाहर कर 50 किलोमीटर किए जाने की भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ लोगों को आपस में लड़ाने बढ़ाने के लिए बीएसएफ का दायरा बढ़ाया गया है। पश्चिम बंगाल में नेपाल, भूटान तथा बाग्लादेश की जो सीमाएं लगी हुई हैं। वहा पर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। सभी लोग एक दूसरे के साथ शाति से मिलते जुलते हैं। यह सिर्फ अपने फायदे के लिए केंद्र सरकार द्वारा किया गया है।