सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज, न्यू जलपाईगुड़ी।
न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने एक बार फिर एनजेपी स्टेशन से रोहिंग्या के बड़े दल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। मिली जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार को दो चरण में संदेह के आधार पर छह बच्चों समेत 13 लोगों को हिरासत में लिया गया। बताया गया कि दो महिला व तीन पुरुष छह बच्चों के साथ एनजेपी स्टेशन पर स्थापित इंटरनेशनल टर्मिनस इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के सामने इकट्ठे थे। सभी पर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीम की नजर दोपहर डेढ़ बजे के लगभग पड़ी। इसके बाद आईबी टीम ने उनसे पूछताछ शुरू की। पूछताछ में सही जवाब नहीं मिलने और एड्रेस प्रूफ साथ में नहीं होने के आधार पर सेंट्रल आइबी की टीम ने रेलवे सुरक्षा बल के सहयोग से हिरासत में लिया।
पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया इनके साथ दो लोग और हैं। बाकी इन दो अन्य रोहिंग्याओं को भी शुक्रवार की शाम 7:30 बजे के लगभग गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार 13 रोहिया में छह बच्चों के अलावा सात वयस्क हैं, जिनमें में पांच पुरुष तथा दो महिला शामिल हैं। पूछताछ में पहले सही जवाब ना देने तथा बाद में इनके म्यांमार से बांग्लादेश तथा बांग्लादेश से भारत में घुसने की दिए गए बयान के बाद कंफर्म हुआ यह सभी रोहिंग्या हैं। यह सभी जम्मू व कश्मीर तथा हरियाणा से दिल्ली के रास्ते बिहार के मुजफ्फरपुर होते हुए सिलीगुड़ी पहुंचे तथा बीते शुक्रवार को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से कंचनजंघा ट्रेन पकड़ कर त्रिपुरा के धर्मनगर जाने की फिराक में थे। हालांकि उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया कि किसके माध्यम से यहां तक पहुंचे हैं।
आरपीएफ एनजेपी द्वारा बताया गया कि सात वयस्क रोहिंग्याओं में दो महिला तथा तीन पुरुष अपने छह बच्चों के साथ यानी कुल 11 लोग जम्मू और कश्मीर में रह रहे थे, जो 19 अप्रैल को जम्मू स्टेशन से जम्मू तवी एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंचे थे। जबकि एक रोहिंग्या दिल्ली के उत्तम नगर में तथा एक हरियाणा में रह रहा था। ये सभी 19 अप्रैल को ही दिल्ली में इकट्ठे हुए थे तथा बस के माध्यम से दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंचे, फिर मुजफ्फरपुर से बस से ही सभी 22 अप्रैल शुक्रवार को सिलीगुड़ी पहुंचे थे। इन सभी का 13173 कंचनजंघा एक्सप्रेस से एनजीपी से धर्मनगर के लिए रिजर्वेशन था तथा इस ट्रेन को पकड़ने के लिए एनजेपी स्टेशन पर पहुंचे हुए थे। आईबी की ओर से एनजेपी जीआरपी थाने में इन रोहिंग्याओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है।
आरपीएफ के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया है कि 10 वर्ष पहले म्यांमार से बांग्लादेश तथा बांग्लादेश से त्रिपुरा के धर्मनगर में घुसे थे। कुछ दिनों तक धर्मनगर जिले में रहने के बाद रोजी रोटी के लिए दिल्ली तथा जम्मू कश्मीर चले गए। वहीं पर कबाड़ी का काम करते थे। वहां पर धंधा मंदा होने के चलते फिर से धर्मनगर में जाकर यही कबाड़ी के काम करना चाहते थे।
उल्लेखनीय है कि न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से पिछले महीने 16 मार्च को भी सात रोहिंग्याओं को गिरफ्तार करने में रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने सफलता पाई थी।