सारस न्यूज टीम सिलीगुड़ी।
बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तपाई हरु कस्तो छ के अंदाज में शामिल हुईं और आम लोगों से संवाद किया। कार्यक्रम का आयोजन जयगांव थाना के अंतर्गत हासीमारा आउट पोस्ट थाना के अधीन सुभाषशनी चाय बगान के मैदान में किया गया था। वे उत्तर बंगाल में अलीपुरद्वार के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन बुधवार को सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुईं। सीएम ममता बनर्जी आदिवासी परंपरा के अनुसार संथाली साड़ी पहनकर पहुंची थी। वे आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य में भी शामिल हुईं। विवाह समारोह के उपलक्ष्य में आदिवासी महिलाएं नृत्य कर रही थी, इसी बीच सीएम ने भी उनकी ताल में ताल मिलाया।
विवाह समारोह में 510 युवक-युवतियां दांपत्य सूत्र में बंधे। इसमें अलीपुरद्वार के 300 जोड़े, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी तथा अन्य 210 जोड़ें समेत कुल मिलाकर 510 जोड़ों की शादी हुईं। सामूहिक विवाह समारोह की सारी व्यवस्था कम्यूनिटी पुलिस-प्रशासन की ओर से की गई थी। सीएम ममता बनर्जी ने सभी जोड़ों को आशीर्वाद दिया। सभी जोड़ों को रुपा श्री योजना के तहत 25,000 रुपये नकद विवाह के उपहार स्वरूप भेंट किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज 37 नए सरकारी परियोजनाओं का उ़दघाटन एवं 28 कार्यो का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने इस दरम्यान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह आदिवासी समाज के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। कोलकाता में आदिवासी भवन बनाया गया है, ताकि यहां से कोलकाता जाने वाले लोग उसमें रह सके। इसी तरह कालिम्पोंग में भी जल्द आदिवासी भवन बनाया जाना है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज आगे बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में वे बड़े पदों तक पहुंचे, इसके लिए वे प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले चाय श्रमिकों को 66 रुपये मजदूरी मिलता था। अब यह बढ़कर 202 रुपये हो गया है और जल्द ही उनकी दैनिक मजदूरी को और बढ़ाने को लेकर प्रयास करेंगे उन्होंने कहा कि जब तक दैनिक मजदूरी नही बढ़ रही तब तक 15 प्रतिशत मध्यवर्ती भुगतान चाय श्रमिकों को दिया जाएगा ।