सारस न्यूज, नक्सलबाड़ी।
तृणमूल पंचायत सदस्यों ने खोरीबाड़ी के बिन्नाबाड़ी ग्राम पंचायत से वर्तमान तृणमूल कांग्रेस प्रधान अलाकशु लकड़ा को पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। जिससे पूरे खोरीबाड़ी में खलबली मच गई है। बिन्नाबाड़ी प्रधान अलाकशु लकड़ा हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। एक महीने के अंदर ही पंचायत सदस्यों ने प्रधान को हटाने के लिए बीडीओ को अविश्वास पत्र सौंप दिया। तृणमूल पंचायत सदस्यों ने कहा अलाकशु लकड़ा तानाशाही स्थापित कर पंचायत चला रहे हैं। वे तृणमूल के पंचायत सदस्यों से ठीक से व्यव्हार नहीं करते हैं। तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पापिया घोष ने कहा ये बात कि उन्हें जानकारी मिली है। क्या मामला है जल्द सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा भाजपा उन्हें भड़का रही है। वहीं खोरीबाड़ी के बीडीओ दीप्ति साव ने बताया नियमानुसार अविश्वास प्रस्ताव लायेंगे।
बताते चलें कि सिलीगुड़ी महकमा इलाकों में 2022 में पंचायत चुनाव हुआ था। उस वक्त सिलीगुड़ी महकमा के बिन्नाबाड़ी पंचायत प्रधान की एसटी सीट पहले से रिजर्व थी। भाजपा के दो सीट सदस्य आदिवासी विजयी हुए थे। जिसके कारण उस वक्त तृणमूल नेता व कार्यकर्ताओं को यह बात हजम नहीं हो रही थी। क्योंकि बिन्नाबाड़ी पंचायत के कुल 13 वार्ड में भी तृणमूल कांग्रेस पार्टी के 9 वार्ड सदस्यों ने जीत हासिल की। जबकि भाजपा के 4 वार्ड सदस्य जीते हुए थे। जिसमें से दो भाजपा के एसटी सीट अपने हाथों में था। वहीं तृणमूल कांग्रेस की 9 सदस्यों में से एक भी एसटी नहीं था। लेकिन बोर्ड पर तृणमूल कांग्रेस ने ही कब्जा किया है। इसके बावजूद तृणमूल का प्रधान नहीं बनना तृणमूल नेताओं व कार्यकर्ताओं को एक बड़ी दुविधा में डाल दिया था। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि टीएमसी भाजपा को प्रधान बनना नहीं चाहती थी। जो कि एसटी सीट प्रधान के लिए पहले से ही आरक्षित था। बावजूद तृणमूल नहीं चाहती थी कि एसटी प्रधान बने क्योंकि एसटी भाजपा के सदस्य थे। आखिरकार बाद में बिन्नाबाड़ी पंचायत का प्रधान भाजपा से विजयी हुए अलाकशु लकड़ा को ही बनाया गया। इसके बाद 2025 फरवरी महीने में बिन्नाबाड़ी पंचायत का प्रधान अलाकशु लकड़ा ने तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पापिया घोष के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। करीब एक महीने में ही अब राजनीति शुरू हो गई है। मंगलवार को तृणमूल पंचायत सदस्यों ने अलाकशु लकड़ा को पद से हटाने के लिए खोरीबाड़ी बीडीओ दीप्ति साव को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। जिससे राजनीतिक गलियारों में खलबली मच हुई है।