सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी आज यानी 02 मार्च को चतुर्थी और पंचमी तिथि है। चैत्र नवरात्र के दौरान चतुर्थी तिथि पर मां कूष्मांडा की पूजा और पंचमी तिथि पर स्कंदमाता की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन व्रत करने से साधक की सभी मुरादें पूरी होती हैं। पंचांग के अनुसार, 02 अप्रैल को कई शुभ और अशुभ योग का निर्माण हो रहा है।
📅 आज का पंचांग – 02 अप्रैल 2025 (बुधवार)
🔹 तिथि: चतुर्थी एवं पंचमी
🔹 वार: बुधवार
🔹 ऋतु: वसंत
🔹 चंद्र राशि: मीन
🔹 नक्षत्र: भरणी
☀️ सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
🔹 सूर्योदय: सुबह 06:10 बजे
🔹 सूर्यास्त: शाम 06:40 बजे
🌙 चंद्रोदय और चंद्रास्त का समय
🔹 चंद्रोदय: सुबह 08:42 बजे
🔹 चंद्रास्त: रात 10:25 बजे
✨ आज के शुभ मुहूर्त
🔹 ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:38 से 05:24 बजे तक
🔹 विजय मुहूर्त: दोपहर 02:30 से 03:20 बजे तक
🔹 गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:38 से 07:01 बजे तक
🔹 निशिता मुहूर्त: रात 12:01 से 12:47 बजे तक
🚫 अशुभ समय (दोषकाल)
🔹 राहुकाल: दोपहर 12:25 से 01:58 बजे तक
🔹 गुलिक काल: सुबह 10:51 से 12:25 बजे तक
🔹 दिशा शूल: उत्तर दिशा
🌟 आज के विशेष योग और प्रभाव
🔹 चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा की जाती है।
🔹 पंचमी तिथि पर माँ स्कंदमाता की उपासना का महत्व है।
🔹 इस दिन व्रत और पूजन करने से साधक की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
🕉️ माँ कूष्मांडा का ध्यान मंत्र
वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।
सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम्॥
भास्वर भानु निभां अनाहत स्थितां चतुर्थ दुर्गा त्रिनेत्राम्।
कमण्डलु, चाप, बाण, पदमसुधाकलश, चक्र, गदा, जपवटीधराम्॥
पटाम्बर परिधानां कमनीयां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।
मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल, मण्डिताम्॥
प्रफुल्ल वदनांचारू चिबुकां कांत कपोलां तुंग कुचाम्॥
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