सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
आज का विशेष पर्व
1. राम नवमी:
आज भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव है। मध्यान्ह (दोपहर 12:00 से 12:48 के बीच) के समय श्रीराम का जन्म माना जाता है। इस शुभ घड़ी में श्रीराम जन्मोत्सव मनाएं, पूजन करें और “श्रीराम जय राम जय जय राम” का जाप करें।
2. महानवमी (नवरात्रि का नवां दिन):
आज मां सिद्धिदात्री की पूजा का दिन है। इनकी उपासना से सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है। मां सिद्धिदात्री कमल के आसन पर विराजमान होती हैं और भक्तों को अद्भुत तेज प्रदान करती हैं।
3. रवि-पुष्य योग:
अत्यंत दुर्लभ संयोग। जब रविवार को पुष्य नक्षत्र आता है, तब यह योग बनता है। इस योग में किये गए शुभ कार्य कई गुना फल देते हैं। संपत्ति, निवेश, सोना-चांदी की खरीद, नया कार्य आरंभ, औषधि सेवन व शिक्षा से जुड़ी शुरुआतें इस योग में अत्यंत शुभ मानी जाती हैं।
4. अन्य पर्व:
- स्वामीनारायण जयंती
- महातारा जयंती
पंचांग
- तिथि: चैत्र शुक्ल नवमी (रात्रि 07:22 बजे तक), पश्चात दशमी
- नक्षत्र: पुष्य (पूर्ण रात्रि तक)
- योग: सुकर्मा (रात्रि 06:55 बजे तक), फिर धृति
- करण: बालव
- चंद्रमा: कर्क राशि में
- सूर्य: मीन राशि में
- ऋतु: वसंत
- सूर्य उत्तरायण व उत्तर गोल
शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:34 से 05:20
- प्रातः संध्या: 04:57 से 06:05
- अभिजीत मुहूर्त: 11:58 से 12:48
- विजय मुहूर्त: 14:30 से 15:20
- गोधूलि मुहूर्त: 18:41 से 19:03
- सायाह्न संध्या: 18:42 से 19:50
- निशिता मुहूर्त: 00:00 (7 अप्रैल) से 00:46
- अमृत काल: 23:46 से 01:26 (7 अप्रैल)
- रवि पुष्य योग: पूरे दिन
- सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन
- रवि योग: पूरे दिन
अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: 17:07 से 18:42
- यमगंड: 12:24 से 13:58
- गुलिक काल: 15:33 से 17:07
- दुर्मुहूर्त: 17:01 से 17:51
- वर्ज्य काल: 13:49 से 15:29
- आडल योग: पूरे दिन
- बाण स्थिति: रज बाण – 00:20 (7 अप्रैल) तक
पंचक आधारित मुहूर्त विवरण
समय अवधि | प्रकार | फल |
---|---|---|
06:05 – 06:31 | शुभ मुहूर्त | कार्य प्रारंभ हेतु श्रेष्ठ |
06:31 – 08:06 | मृत्यु पंचक | यात्रा और सौदा टालें |
08:06 – 10:02 | अग्नि पंचक | अग्नि-संबंधी कार्य वर्जित |
10:02 – 12:16 | शुभ मुहूर्त | पूजन, खरीदारी हेतु श्रेष्ठ |
12:16 – 14:37 | रज पंचक | तामसिक कार्य न करें |
14:37 – 16:54 | शुभ मुहूर्त | विवाह, शुभ कार्य हेतु उपयुक्त |
16:54 – 19:10 | चोर पंचक | लेन-देन से बचें |
19:10 – 19:22 | शुभ मुहूर्त | संक्षिप्त पूजन व मंत्र सिद्धि |
19:22 – 21:30 | रोग पंचक | औषधि सेवन ध्यानपूर्वक करें |
21:30 – 23:48 | शुभ मुहूर्त | ध्यान, साधना के लिए श्रेष्ठ |
23:48 – 01:52 (7 अप्रैल) | मृत्यु पंचक | रात्रिकालीन यात्रा वर्जित |
01:52 – 03:35 (7 अप्रैल) | अग्नि पंचक | अग्नि कार्य निषिद्ध |
03:35 – 05:02 (7 अप्रैल) | शुभ मुहूर्त | ब्रह्म मुहूर्त पूजन हेतु |
05:02 – 06:04 (7 अप्रैल) | रज पंचक | सत्संग से दूर रहें |
विशेष सुझाव
- रविवार के दिन प्रातः सूर्य को तांबे के लोटे में जल, रोली, अक्षत और लाल पुष्प डालकर अर्घ्य दें।
- श्रीराम जन्मोत्सव पर दोपहर में श्रीराम का पूजन करें और रामचरितमानस या राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें।
- महानवमी पर कन्या पूजन और मां सिद्धिदात्री की विशेष उपासना करें।
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