राष्ट्रीय तिथि: 06 जून 2025 (शुक्रवार) हिंदू तिथि: ज्येष्ठ मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि विक्रम संवत: 2082 शक संवत: 1947 पक्ष: शुक्ल पक्ष दिन: शुक्रवार तिथि समाप्ति: दशमी तिथि – रात 10:22 बजे तक, उसके बाद एकादशी नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी – दोपहर 02:14 बजे तक, फिर हस्त नक्षत्र नक्षत्र स्वामी: सूर्य योग: व्याघात – दोपहर 12:35 बजे तक, फिर हर्षण करण: तैतिल – दोपहर 11:03 बजे तक, फिर गर चंद्रमा: कन्या राशि में संचार सूर्य राशि: वृषभ
सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदय: प्रातः 05:00 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:44 बजे
आज का राहुकाल (अशुभ काल)
शुक्रवार को राहुकाल: प्रातः 10:30 बजे से 12:10 बजे तक 👉 इस समय में कोई भी शुभ कार्य या नई शुरुआत करने से बचें।
शुभ मुहूर्त
अबिजीत मुहूर्त: 11:50 पूर्वाह्न से 12:45 अपराह्न
लाभ चौघड़िया: प्रातः 06:00 से 07:30 बजे तक
अमृत चौघड़िया: दोपहर 01:30 से 03:00 बजे तक 👉 इन मुहूर्तों में कोई नया कार्य, खरीदारी, यात्रा या शुभारंभ करना अत्यंत फलदायक होता है।
गुलिक काल
प्रातः 07:30 बजे से 09:10 बजे तक 👉 यह काल भी अशुभ माना जाता है।
दैनिक उपाय (सौभाग्य और शांति के लिए)
✅ आज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी और श्रीविष्णु की पूजा करें। ✅ सफेद मिठाई का दान करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। ✅ घर में झाड़ू को छिपाकर रखें और शाम को दीपक अवश्य जलाएं। ✅ आर्थिक वृद्धि के लिए घर के उत्तर दिशा में कपूर जलाएं।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
राष्ट्रीय तिथि: 06 जून 2025 (शुक्रवार) हिंदू तिथि: ज्येष्ठ मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि विक्रम संवत: 2082 शक संवत: 1947 पक्ष: शुक्ल पक्ष दिन: शुक्रवार तिथि समाप्ति: दशमी तिथि – रात 10:22 बजे तक, उसके बाद एकादशी नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी – दोपहर 02:14 बजे तक, फिर हस्त नक्षत्र नक्षत्र स्वामी: सूर्य योग: व्याघात – दोपहर 12:35 बजे तक, फिर हर्षण करण: तैतिल – दोपहर 11:03 बजे तक, फिर गर चंद्रमा: कन्या राशि में संचार सूर्य राशि: वृषभ
सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदय: प्रातः 05:00 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:44 बजे
आज का राहुकाल (अशुभ काल)
शुक्रवार को राहुकाल: प्रातः 10:30 बजे से 12:10 बजे तक 👉 इस समय में कोई भी शुभ कार्य या नई शुरुआत करने से बचें।
शुभ मुहूर्त
अबिजीत मुहूर्त: 11:50 पूर्वाह्न से 12:45 अपराह्न
लाभ चौघड़िया: प्रातः 06:00 से 07:30 बजे तक
अमृत चौघड़िया: दोपहर 01:30 से 03:00 बजे तक 👉 इन मुहूर्तों में कोई नया कार्य, खरीदारी, यात्रा या शुभारंभ करना अत्यंत फलदायक होता है।
गुलिक काल
प्रातः 07:30 बजे से 09:10 बजे तक 👉 यह काल भी अशुभ माना जाता है।
दैनिक उपाय (सौभाग्य और शांति के लिए)
✅ आज शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी और श्रीविष्णु की पूजा करें। ✅ सफेद मिठाई का दान करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। ✅ घर में झाड़ू को छिपाकर रखें और शाम को दीपक अवश्य जलाएं। ✅ आर्थिक वृद्धि के लिए घर के उत्तर दिशा में कपूर जलाएं।
Leave a Reply