सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
📅 तिथि विवरण
➡️ पंचांग अनुसार तिथि: कार्तिक माह, कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि
➡️ तिथि प्रारंभ: 14 अक्टूबर 2025, प्रातः 04:36 बजे से
➡️ तिथि समाप्त: 15 अक्टूबर 2025, प्रातः 06:10 बजे तक
➡️ विक्रमी संवत: 2082 (प्रमादी)
➡️ शक संवत: 1947
➡️ चंद्र मास: कार्तिक
➡️ पक्ष: कृष्ण पक्ष
➡️ दिन: सोमवार
🌙 चंद्र व सूर्य विवरण
➡️ चंद्रमा की स्थिति: मिथुन राशि में
➡️ सूर्य की स्थिति: कन्या राशि में
➡️ चंद्र उदय: प्रातः 10:05 बजे
➡️ चंद्र अस्त: रात्रि 08:58 बजे
➡️ सूर्योदय: प्रातः 06:02 बजे
➡️ सूर्यास्त: सायं 05:38 बजे
🌟 नक्षत्र, योग व करण
➡️ नक्षत्र: आर्द्रा नक्षत्र (रात्रि 10:46 बजे तक), तत्पश्चात पुनर्वसु नक्षत्र आरंभ
➡️ योग: शूल योग (रात्रि 09:18 बजे तक), तत्पश्चात गंड योग
➡️ करण: बव करण (प्रातः 04:36 बजे तक), तत्पश्चात बालव करण आरंभ
🪔 शुभ-अशुभ काल एवं मुहूर्त
➡️ अभिजीत मुहूर्त: 11:45 से 12:30 बजे तक (सर्वोत्तम कार्य हेतु शुभ समय)
➡️ गोधूलि मुहूर्त: सायं 05:25 से 05:50 बजे तक
➡️ अमृत काल: दोपहर 02:40 से 04:05 बजे तक
➡️ विजय मुहूर्त: 02:15 से 03:00 बजे तक
➡️ ब्राह्म मुहूर्त: प्रातः 04:25 से 05:15 बजे तक
☀️ राहुकाल, गुलिककाल व यमगंड
➡️ राहुकाल: प्रातः 07:30 से 09:00 बजे तक (इस समय कोई शुभ कार्य न करें)
➡️ गुलिक काल: दोपहर 01:30 से 03:00 बजे तक
➡️ यमगंड काल: प्रातः 10:30 से 12:00 बजे तक
➡️ दिशा शूल: पश्चिम दिशा (आज पश्चिम दिशा में यात्रा टालें या दही खाकर निकलें)
🙏 शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त समय
➡️ विवाह, गृह प्रवेश, वाहन क्रय, शुभ निवेश एवं यात्रा के लिए दोपहर 12:30 से सायं 04:30 बजे तक का समय शुभ।
➡️ संतान संबंधित कार्य, शिक्षा प्रारंभ, पूजा-पाठ के लिए प्रातः 06:15 से 09:30 बजे तक अनुकूल समय।
🌿 व्रत व पर्व:
➡️ आज कालाष्टमी व्रत मनाया जा रहा है। भगवान कालभैरव की पूजा करने से भय, रोग, एवं शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है।
➡️ भगवान शिव के मंदिर में जाकर “ॐ कालभैरवाय नमः” का 108 बार जाप अत्यंत फलदायी रहेगा।
🧘♂️ आज का विशेष उपाय:
➡️ आज सोमवार होने से भगवान शिव की आराधना विशेष फल देती है।
➡️ शिवलिंग पर कच्चे दूध, जल, बेलपत्र और सफेद फूल अर्पित करें।
➡️ “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें, मानसिक शांति व सफलता प्राप्त होगी।
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