सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
🕉️ हिंदू तिथि और मास
तिथि – कार्तिक माह, कृष्ण पक्ष की एकादशी (पूरी रात्रि तक)
पक्ष – कृष्ण पक्ष
मास – कार्तिक माह
वर्ष – विक्रम संवत 2082, शक संवत 1947
दिन – शुक्रवार
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ऋतु
मास का स्वामी – भगवान विष्णु
तिथि का स्वामी – विष्णु
🌅 सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदय – सुबह 06:02 बजे
सूर्यास्त – शाम 05:29 बजे
दिन की अवधि – 11 घंटे 27 मिनट
🌙 चंद्र विवरण
चंद्रमा की स्थिति – सिंह राशि में
चंद्र उदय – सुबह 04:48 बजे (अगले दिन)
चंद्र अस्त – दोपहर 04:36 बजे
चंद्र मास – कार्तिक
चंद्र नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी (17 अक्टूबर को संध्या तक), तत्पश्चात हस्त नक्षत्र आरंभ
🪔 पर्व एवं व्रत
आज रमा एकादशी व्रत है — भगवान विष्णु की आराधना का अत्यंत शुभ दिन
व्रत कथा – इस व्रत से सभी पाप नष्ट होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है
पूजन विधि – प्रातः स्नान कर भगवान विष्णु को तुलसी पत्र, पीले पुष्प, पंचामृत और दीप अर्पित करें
भोजन नियम – व्रत में अन्न का त्याग करें, फलाहार और जल का सेवन करें
🪶 नक्षत्र, योग, करण
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी (प्रातः 06:15 बजे तक), तत्पश्चात हस्त
योग – सुकर्मा योग (प्रातः 08:38 बजे तक), तत्पश्चात धृति योग
करण – बव करण (दोपहर 12:45 बजे तक), तत्पश्चात बालव करण
🔯 राहुकाल, गुलिककाल, यमगंड काल
राहुकाल – सुबह 10:30 बजे से 12:00 बजे तक (अशुभ)
गुलिककाल – सुबह 07:30 बजे से 09:00 बजे तक (सावधान)
यमगंड काल – दोपहर 03:00 बजे से 04:30 बजे तक (सावधान)
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11:43 बजे से 12:28 बजे तक (अत्यंत शुभ)
📿 शुभ मुहूर्त (Auspicious Timings)
नए कार्य, सौदे या यात्रा का शुभ समय – सुबह 08:00 से 10:00 बजे तक
विवाह या मांगलिक कार्य – आज व्रत दिवस होने के कारण विवाह कार्य वर्जित
गृह प्रवेश – दोपहर के बाद शुभ नहीं
नवीन वस्त्र या आभूषण धारण – सुबह 09:30 बजे तक शुभ
🚫 अशुभ काल और दिशाशूल
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में (आज पश्चिम दिशा की यात्रा टालें)
परिहार उपाय – यात्रा अनिवार्य हो तो दही खाकर या तुलसी जल पीकर प्रस्थान करें
🌾 आज का दैनिक उपाय (Dainik Upay)
शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए –
प्रातःकाल स्नान के बाद सफेद पुष्प और खीर का भोग लगाएं
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें
सायंकाल तुलसी के पौधे के सामने दीपक अवश्य जलाएं
जरूरतमंद व्यक्ति को सफेद वस्त्र या मिठाई का दान करें
Leave a Reply