अररिया नगर थाना क्षेत्र के हनुमंत नगर वार्ड संख्या 15 स्थित गायत्री मंदिर के पास रहने वाले रंजीत भगत की सिलिगुड़ी के एक होटल में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर उनके परिजन सिलिगुड़ी पहुंचे, और पोस्टमार्टम के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस की कस्टडी से मृतक के शव को लेकर शाम सवा 6 बजे अररिया पहुंचे।
परिजनों के अनुसार, रंजीत भगत, जो मोबाइल बिजनेस से जुड़े एक प्रतिष्ठित व्यवसायी थे और नगर थाना क्षेत्र के मदनपुर पूर्वी वार्ड संख्या 07 के निवासी थे, सिलिगुड़ी के लतागुड़ी स्थित डीमलैंड होटल में अपनी कंपनी द्वारा आयोजित एक सेमिनार में भाग लेने के लिए शनिवार को पहुंचे थे। सेमिनार के बाद रात को खाना खाने के बाद, वह साढ़े 11 बजे अपने कमरे में आराम कर रहे थे।
रात 1 बजे के बाद, होटल की बालकनी से उनका शरीर नीचे पार्किंग लेन में पाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पश्चिम बंगाल पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने रंजीत भगत के साथ ठहरे अन्य लोगों से पूछताछ की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
रविवार को, परिजन सिलिगुड़ी पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। रविवार की शाम को सवा 6 बजे, उनके भाई रूपेश भगत, बिट्टू भगत और अन्य परिजनों द्वारा शव को अररिया लाया गया।
जैसे ही शव अररिया पहुंचा, पूरे हनुमंत नगर में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का विलाप देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। रंजीत भगत अपने पीछे पत्नी, दो बेटे, एक भाई का परिवार और बूढ़े मां-बाप को छोड़ गए हैं।
मौके पर पूर्णिया सदर एसडीपीओ पुस्कर कुमार, जय भगत, राजेंद्र भगत, अमर सिन्हा, नरेंद्र कुमार और संतोष कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया नगर थाना क्षेत्र के हनुमंत नगर वार्ड संख्या 15 स्थित गायत्री मंदिर के पास रहने वाले रंजीत भगत की सिलिगुड़ी के एक होटल में संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर उनके परिजन सिलिगुड़ी पहुंचे, और पोस्टमार्टम के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस की कस्टडी से मृतक के शव को लेकर शाम सवा 6 बजे अररिया पहुंचे।
परिजनों के अनुसार, रंजीत भगत, जो मोबाइल बिजनेस से जुड़े एक प्रतिष्ठित व्यवसायी थे और नगर थाना क्षेत्र के मदनपुर पूर्वी वार्ड संख्या 07 के निवासी थे, सिलिगुड़ी के लतागुड़ी स्थित डीमलैंड होटल में अपनी कंपनी द्वारा आयोजित एक सेमिनार में भाग लेने के लिए शनिवार को पहुंचे थे। सेमिनार के बाद रात को खाना खाने के बाद, वह साढ़े 11 बजे अपने कमरे में आराम कर रहे थे।
रात 1 बजे के बाद, होटल की बालकनी से उनका शरीर नीचे पार्किंग लेन में पाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पश्चिम बंगाल पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने रंजीत भगत के साथ ठहरे अन्य लोगों से पूछताछ की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
रविवार को, परिजन सिलिगुड़ी पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। रविवार की शाम को सवा 6 बजे, उनके भाई रूपेश भगत, बिट्टू भगत और अन्य परिजनों द्वारा शव को अररिया लाया गया।
जैसे ही शव अररिया पहुंचा, पूरे हनुमंत नगर में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का विलाप देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। रंजीत भगत अपने पीछे पत्नी, दो बेटे, एक भाई का परिवार और बूढ़े मां-बाप को छोड़ गए हैं।
मौके पर पूर्णिया सदर एसडीपीओ पुस्कर कुमार, जय भगत, राजेंद्र भगत, अमर सिन्हा, नरेंद्र कुमार और संतोष कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
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