नगर थाना क्षेत्र में थानाध्यक्ष से नजदीकी संबंध बताकर निजी जमीन पर अवैध कब्जा और पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस संबंध में पीड़ित जमीन मालिक ने डीएम अनिल कुमार, एसपी अंजनी कुमार और डीएसपी मुख्यालय को लिखित शिकायत सौंपी है।
पीड़ित अफरोज आलम, जो ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के झव्वा वार्ड संख्या-6 निवासी हैं, ने आवेदन में बताया कि उन्होंने मो. इमाम (पिता- मो. इसरारूल हक) से मौजा बसंतपुर, खाता संख्या 2438, खेसरा संख्या 7327 की छह डिसमिल 300 वर्गकड़ी जमीन वर्ष 2016 में रजिस्ट्री के जरिए खरीदी थी। खरीदारी के बाद से ही जमीन पर उनका कब्जा है और वहां चहारदीवारी भी करवाई गई है।
अफरोज का आरोप है कि 13 जून की रात मो. इमाम ने मो. परवेज (त्रिशूलिया घाट निवासी) और मो. दरबेस के साथ साजिश कर उनकी जमीन पर छपरी वाला घर खड़ा कर दिया। अगले दिन जब अफरोज मौके पर पहुंचे तो पाया कि रातोंरात अवैध निर्माण कर लिया गया है। पूछने पर परवेज ने जमीन पर से कब्जा हटाने के एवज में पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी। साथ ही खुद को थानाध्यक्ष का करीबी बताते हुए धमकी दी कि पुलिस में शिकायत करने से भी कुछ नहीं होगा।
परवेज ने यह भी कहा कि यहां हर कोई उसे पैसे देता है तभी उनका काम चलता है और थाना भी उसके इशारों पर चलता है। अन्य लोगों से पूछताछ पर पीड़ित को जानकारी मिली कि परवेज ने कई अन्य लोगों से भी इसी तरह अवैध वसूली की है।
पीड़ित ने वरीय अधिकारियों से इस अवैध कब्जे को हटवाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आशंका जताई है कि स्थिति बिगड़ने पर शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।
इस पूरे मामले में नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन वे अवकाश पर होने के कारण उनसे पक्ष नहीं लिया जा सका।
सारस न्यूज़, अररिया।
नगर थाना क्षेत्र में थानाध्यक्ष से नजदीकी संबंध बताकर निजी जमीन पर अवैध कब्जा और पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस संबंध में पीड़ित जमीन मालिक ने डीएम अनिल कुमार, एसपी अंजनी कुमार और डीएसपी मुख्यालय को लिखित शिकायत सौंपी है।
पीड़ित अफरोज आलम, जो ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के झव्वा वार्ड संख्या-6 निवासी हैं, ने आवेदन में बताया कि उन्होंने मो. इमाम (पिता- मो. इसरारूल हक) से मौजा बसंतपुर, खाता संख्या 2438, खेसरा संख्या 7327 की छह डिसमिल 300 वर्गकड़ी जमीन वर्ष 2016 में रजिस्ट्री के जरिए खरीदी थी। खरीदारी के बाद से ही जमीन पर उनका कब्जा है और वहां चहारदीवारी भी करवाई गई है।
अफरोज का आरोप है कि 13 जून की रात मो. इमाम ने मो. परवेज (त्रिशूलिया घाट निवासी) और मो. दरबेस के साथ साजिश कर उनकी जमीन पर छपरी वाला घर खड़ा कर दिया। अगले दिन जब अफरोज मौके पर पहुंचे तो पाया कि रातोंरात अवैध निर्माण कर लिया गया है। पूछने पर परवेज ने जमीन पर से कब्जा हटाने के एवज में पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी। साथ ही खुद को थानाध्यक्ष का करीबी बताते हुए धमकी दी कि पुलिस में शिकायत करने से भी कुछ नहीं होगा।
परवेज ने यह भी कहा कि यहां हर कोई उसे पैसे देता है तभी उनका काम चलता है और थाना भी उसके इशारों पर चलता है। अन्य लोगों से पूछताछ पर पीड़ित को जानकारी मिली कि परवेज ने कई अन्य लोगों से भी इसी तरह अवैध वसूली की है।
पीड़ित ने वरीय अधिकारियों से इस अवैध कब्जे को हटवाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आशंका जताई है कि स्थिति बिगड़ने पर शांति व्यवस्था भंग हो सकती है।
इस पूरे मामले में नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन वे अवकाश पर होने के कारण उनसे पक्ष नहीं लिया जा सका।
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