आज अण्णे मार्ग, पटना स्थित संकल्प सभागार से बिहार के माननीय मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से अररिया जिले में मनरेगा योजना के तहत 1929.60 लाख रुपये की लागत से 203 खेल मैदानों का शिलान्यास किया। ये खेल मैदान जिले के 9 प्रखंडों की 169 ग्राम पंचायतों में स्थापित किए जाएंगे।
इस अवसर पर अररिया समाहरणालय स्थित परमान सभागार में शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां पटना में आयोजित मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी अनिल कुमार, उप विकास आयुक्त श्रीमती रोजी कुमारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी मनीष कुमार और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के अधिकारी-कर्मी उपस्थित थे।
तीन प्रकार के खेल मैदान बनाए जाएंगे इस परियोजना के तहत तीन प्रकार के खेल मैदान विकसित किए जाएंगे:
बड़े खेल मैदान (प्रकार-1): 29 मैदान, जिनका क्षेत्रफल 4 एकड़ तक होगा। इन मैदानों में क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक, बैडमिंटन, ऊंची कूद, लंबी कूद, कबड्डी और खो-खो जैसे खेलों की सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
मध्यम खेल मैदान (प्रकार-2): 50 मैदान, जिनका क्षेत्रफल 1 से 1.5 एकड़ तक होगा। इनमें क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक और बैडमिंटन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
छोटे खेल मैदान (प्रकार-3): 124 मैदान, जिनका क्षेत्रफल 1 एकड़ से कम होगा। इनमें बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक और बैडमिंटन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
ग्रामीण युवाओं के लिए लाभकारी योजना खेल मैदानों के विकास से ग्रामीण युवाओं को खेल-कूद के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे न केवल उनकी खेल प्रतिभा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्र में प्रतियोगिताओं और प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन भी संभव होगा। इसके साथ ही मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को रोजगार भी प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खेल की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करना और युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करना है।
सारस न्यूज़, अररिया।
आज अण्णे मार्ग, पटना स्थित संकल्प सभागार से बिहार के माननीय मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से अररिया जिले में मनरेगा योजना के तहत 1929.60 लाख रुपये की लागत से 203 खेल मैदानों का शिलान्यास किया। ये खेल मैदान जिले के 9 प्रखंडों की 169 ग्राम पंचायतों में स्थापित किए जाएंगे।
इस अवसर पर अररिया समाहरणालय स्थित परमान सभागार में शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां पटना में आयोजित मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी अनिल कुमार, उप विकास आयुक्त श्रीमती रोजी कुमारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी मनीष कुमार और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के अधिकारी-कर्मी उपस्थित थे।
तीन प्रकार के खेल मैदान बनाए जाएंगे इस परियोजना के तहत तीन प्रकार के खेल मैदान विकसित किए जाएंगे:
बड़े खेल मैदान (प्रकार-1): 29 मैदान, जिनका क्षेत्रफल 4 एकड़ तक होगा। इन मैदानों में क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक, बैडमिंटन, ऊंची कूद, लंबी कूद, कबड्डी और खो-खो जैसे खेलों की सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
मध्यम खेल मैदान (प्रकार-2): 50 मैदान, जिनका क्षेत्रफल 1 से 1.5 एकड़ तक होगा। इनमें क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक और बैडमिंटन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
छोटे खेल मैदान (प्रकार-3): 124 मैदान, जिनका क्षेत्रफल 1 एकड़ से कम होगा। इनमें बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक और बैडमिंटन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
ग्रामीण युवाओं के लिए लाभकारी योजना खेल मैदानों के विकास से ग्रामीण युवाओं को खेल-कूद के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे न केवल उनकी खेल प्रतिभा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्र में प्रतियोगिताओं और प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन भी संभव होगा। इसके साथ ही मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को रोजगार भी प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खेल की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करना और युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करना है।
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