अररिया में भीषण सर्दी को देखते हुए भाकपा माले ने जिला प्रशासन और सूबे की सरकार को ई-मेल के माध्यम से विद्यालयों में शीत अवकाश घोषित करने की मांग की है। साथ ही प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाकपा माले के जिला सचिव ने कहा है कि अररिया जिला सहित पूरे राज्य में शीत लहर का प्रकोप जारी है। इस भीषण ठंड और शीत लहर में बच्चे नाम कटने के डर से विद्यालय जाने को विवश हैं। ज्ञात हो कि सरकारी विद्यालयों में अधिकतर छात्र गरीब परिवार से होते है। जिनके पास पर्याप्त कपड़े और साधन नहीं है। जिस कारण बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। कई शिक्षक भी हृदय के रोगी हैं। बावजूद भीषण सर्दी में अपनी जान को जोखिम में डाल कर विद्यालय आने को मजबूर हैं। भाकपा माले नेता जितेंद्र पासवान ने कहा कि इस पर जिला प्रशासन और सरकार को तुरंत संज्ञान में लेना चाहिए। यदि कोई अनहोनी घटना घाटित होती है तो इसके लिए प्रशासन और सरकार की पूरी जिम्मेदारी होगी। इसलिए प्रशासन व सरकार से भाकपा माले के स्थानीय नेताओं ने मांग है की है कि प्रशासन अपने विशेष अधिकार का प्रयोग करते हुए विद्यालयों में 10 दिन का अवकाश घोषित किया जाए।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया में भीषण सर्दी को देखते हुए भाकपा माले ने जिला प्रशासन और सूबे की सरकार को ई-मेल के माध्यम से विद्यालयों में शीत अवकाश घोषित करने की मांग की है। साथ ही प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाकपा माले के जिला सचिव ने कहा है कि अररिया जिला सहित पूरे राज्य में शीत लहर का प्रकोप जारी है। इस भीषण ठंड और शीत लहर में बच्चे नाम कटने के डर से विद्यालय जाने को विवश हैं। ज्ञात हो कि सरकारी विद्यालयों में अधिकतर छात्र गरीब परिवार से होते है। जिनके पास पर्याप्त कपड़े और साधन नहीं है। जिस कारण बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। कई शिक्षक भी हृदय के रोगी हैं। बावजूद भीषण सर्दी में अपनी जान को जोखिम में डाल कर विद्यालय आने को मजबूर हैं। भाकपा माले नेता जितेंद्र पासवान ने कहा कि इस पर जिला प्रशासन और सरकार को तुरंत संज्ञान में लेना चाहिए। यदि कोई अनहोनी घटना घाटित होती है तो इसके लिए प्रशासन और सरकार की पूरी जिम्मेदारी होगी। इसलिए प्रशासन व सरकार से भाकपा माले के स्थानीय नेताओं ने मांग है की है कि प्रशासन अपने विशेष अधिकार का प्रयोग करते हुए विद्यालयों में 10 दिन का अवकाश घोषित किया जाए।
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