युवाओं में लैंगिक समानता, पर्यावरणीय चेतना और टीम भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भूमिका विहार संस्था के तत्वावधान में “जेंडर के बीच खेल के ज़रिए सीख” थीम पर आधारित एक विशेष नाइट शॉर्ट बाउंड्री क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। यह आयोजन रामपुर कोदरकट्टी पंचायत अंतर्गत राजपूत टोला (वार्ड संख्या 05) स्थित उमा बाबू बगीचा खेल मैदान में संपन्न हुआ।
उद्घाटन समारोह:
इस टूर्नामेंट का उद्घाटन भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण झा द्वारा फीता काटकर किया गया। उद्घाटन अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में वार्ड संख्या 05 के वार्ड सदस्य मनोज सिंह, वार्ड संख्या 04 के सदस्य मनोज दास, सन्नी सिंह, वार्ड संख्या 11 के कांग्रेस मंडल, और स्थानीय ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
बालिका पंचायत का प्रेरणादायक मैच:
टूर्नामेंट की शुरुआत भूमिका विहार की बालिका पंचायत की किशोरी सदस्याओं द्वारा खेले गए एक प्रेरणात्मक मैच से हुई। इस मैच में लड़के-लड़कियों ने मिलकर एक-एक ओवर का खेल खेला और लैंगिक समानता का प्रेरणास्पद संदेश दिया।
प्रतियोगिता का विवरण:
टूर्नामेंट में कुल 08 टीमों के 80 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
प्रारंभिक मुकाबले 06-06 ओवर के फॉर्मेट में खेले गए।
पहले राउंड के बाद 04 टीमों को चयनित किया गया, जिन्होंने सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
फाइनल मुकाबला शेरशाह टीम (छत्तर) और रॉयल क्रिकेट क्लब (रामपुर कोदरकट्टी) के बीच हुआ।
शेरशाह टीम ने 36 गेंदों पर 61 रन बनाकर, रॉयल क्रिकेट क्लब को 53 रन पर रोकते हुए टूर्नामेंट का विजेता कप अपने नाम किया। उपविजेता टीम को रनर-अप ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार एवं सम्मान:
मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार शंकर सिंह को शानदार प्रदर्शन के लिए दिया गया।
07 खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार प्रदान किया गया।
विजेता और उपविजेता टीमों के सभी खिलाड़ियों को पदकों से सम्मानित किया गया।
संचालन और व्यवस्था:
कमेंट्री की भूमिका वार्ड सदस्य मनोज सिंह ने निभाई।
स्कोरर रहे सिंटू मंडल और अंपायरिंग की जिम्मेदारी सुजीत सिंह ने संभाली।
सामाजिक संदेश और संकल्प:
मैच के समापन पर उपस्थित युवाओं को एक सामाजिक संकल्प दिलाया गया, जिसमें उन्होंने वचन दिया कि:
वे लैंगिक समानता को हर क्षेत्र में बढ़ावा देंगे।
लड़कियों को खेल हो या जीवन – हर स्तर पर समान सम्मान देंगे।
वे “इको युवा” बनकर पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।
इस आयोजन ने न सिर्फ ग्रामीण युवाओं को खेल से जोड़ा, बल्कि सामाजिक समरसता, जेंडर इक्विटी और पर्यावरणीय चेतना जैसे अहम मुद्दों पर भी सकारात्मक प्रभाव छोड़ा।
सारस न्यूज़, अररिया।
युवाओं में लैंगिक समानता, पर्यावरणीय चेतना और टीम भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भूमिका विहार संस्था के तत्वावधान में “जेंडर के बीच खेल के ज़रिए सीख” थीम पर आधारित एक विशेष नाइट शॉर्ट बाउंड्री क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। यह आयोजन रामपुर कोदरकट्टी पंचायत अंतर्गत राजपूत टोला (वार्ड संख्या 05) स्थित उमा बाबू बगीचा खेल मैदान में संपन्न हुआ।
उद्घाटन समारोह:
इस टूर्नामेंट का उद्घाटन भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण झा द्वारा फीता काटकर किया गया। उद्घाटन अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में वार्ड संख्या 05 के वार्ड सदस्य मनोज सिंह, वार्ड संख्या 04 के सदस्य मनोज दास, सन्नी सिंह, वार्ड संख्या 11 के कांग्रेस मंडल, और स्थानीय ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
बालिका पंचायत का प्रेरणादायक मैच:
टूर्नामेंट की शुरुआत भूमिका विहार की बालिका पंचायत की किशोरी सदस्याओं द्वारा खेले गए एक प्रेरणात्मक मैच से हुई। इस मैच में लड़के-लड़कियों ने मिलकर एक-एक ओवर का खेल खेला और लैंगिक समानता का प्रेरणास्पद संदेश दिया।
प्रतियोगिता का विवरण:
टूर्नामेंट में कुल 08 टीमों के 80 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
प्रारंभिक मुकाबले 06-06 ओवर के फॉर्मेट में खेले गए।
पहले राउंड के बाद 04 टीमों को चयनित किया गया, जिन्होंने सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
फाइनल मुकाबला शेरशाह टीम (छत्तर) और रॉयल क्रिकेट क्लब (रामपुर कोदरकट्टी) के बीच हुआ।
शेरशाह टीम ने 36 गेंदों पर 61 रन बनाकर, रॉयल क्रिकेट क्लब को 53 रन पर रोकते हुए टूर्नामेंट का विजेता कप अपने नाम किया। उपविजेता टीम को रनर-अप ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार एवं सम्मान:
मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार शंकर सिंह को शानदार प्रदर्शन के लिए दिया गया।
07 खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार प्रदान किया गया।
विजेता और उपविजेता टीमों के सभी खिलाड़ियों को पदकों से सम्मानित किया गया।
संचालन और व्यवस्था:
कमेंट्री की भूमिका वार्ड सदस्य मनोज सिंह ने निभाई।
स्कोरर रहे सिंटू मंडल और अंपायरिंग की जिम्मेदारी सुजीत सिंह ने संभाली।
सामाजिक संदेश और संकल्प:
मैच के समापन पर उपस्थित युवाओं को एक सामाजिक संकल्प दिलाया गया, जिसमें उन्होंने वचन दिया कि:
वे लैंगिक समानता को हर क्षेत्र में बढ़ावा देंगे।
लड़कियों को खेल हो या जीवन – हर स्तर पर समान सम्मान देंगे।
वे “इको युवा” बनकर पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।
इस आयोजन ने न सिर्फ ग्रामीण युवाओं को खेल से जोड़ा, बल्कि सामाजिक समरसता, जेंडर इक्विटी और पर्यावरणीय चेतना जैसे अहम मुद्दों पर भी सकारात्मक प्रभाव छोड़ा।
Leave a Reply