पटना के बापू सभागार में 8 जून को आयोजित होने जा रहा सुढ़ी अधिकार महासम्मेलन एक ऐतिहासिक अवसर बनने जा रहा है। इस महाआयोजन में बिहार भर से सुढ़ी समाज के स्वजाती भाई भारी संख्या में एकजुट होकर अपनी सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक अधिकारों की दमदार आवाज़ बुलंद करेंगे। कार्यक्रम को लेकर जिले और प्रमंडल स्तर पर तैयारियाँ जोरों पर हैं।
प्रेस वार्ता में भरी हुंकार: “अब हक छीन कर लेंगे!”
फारबिसगंज में आयोजित एक प्रेस वार्ता में अररिया जिला संयोजक अभिषेक नीरज ने कहा कि “08 जून को पटना में अररिया से सैकड़ों स्वजाती भाई चट्टानी एकता के साथ जुटेंगे और अपनी हक की लड़ाई को निर्णायक दिशा देंगे।”
इस अवसर पर पूर्णिया प्रमंडलीय संयोजक अमित पूर्वे ने कहा, “सुढ़ी समाज ने हमेशा समाज के निर्माण में योगदान दिया है, न कि किसी से कुछ लिया है। आज भी बिहार के कई ऐतिहासिक स्थलों की ज़मीन हमारे पूर्वजों ने दान में दी थी, लेकिन वर्तमान में षड्यंत्रपूर्वक हमारे अधिकारों का हनन किया जा रहा है।”
उन्होंने सरकार से मांग की कि सुढ़ी समाज को ‘अति पिछड़ा वर्ग’ (EBC) में शामिल किया जाए ताकि समाज को उचित प्रतिनिधित्व, शैक्षणिक अवसर और सामाजिक सम्मान मिल सके।
सरकार की अनदेखी पर नाराज़गी
फारबिसगंज अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा, “हमारी मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन बिहार सरकार बार-बार इसे नजरअंदाज कर रही है। अब समाज और इंतज़ार नहीं करेगा, हक को छीनने की तैयारी है।”
ज़िलेभर में चल रहा जनसंपर्क अभियान
महासम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रखंड स्तर तक अभियान चलाया जा रहा है। सह प्रभारी उपेंद्र पंजियार ने बताया कि जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में संगठन के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को आमंत्रण पत्र दे रहे हैं।
नरपतगंज: राजकुमार पूर्वे, राजेश महतो
रानीगंज: कृष्ण कुमार सेनानी, उदय शंकर पूर्वे, अरुण मंडल, मुकेश कुमार गुड्डू, पिंटू महतो
कुर्साकांटा: आकाश राज, बमबम साह
इन कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को महासम्मेलन में भाग लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
मौजूद रहे कई प्रमुख चेहरे
प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से फारबिसगंज अध्यक्ष अशोक गुप्ता, सचिव संजीव शेखर, जिला सह प्रभारी उपेंद्र पंजियार, सह प्रभारी राजेश रोशन, बिपिन गुप्ता, सुबोध गुप्ता समेत अनेक संगठन कार्यकर्ता उपस्थित थे।
🔔 विशेष आग्रह: सभी स्वजाती बंधु 8 जून को पटना पहुंचकर अपने हक, सम्मान और पहचान के लिए इस ऐतिहासिक महासम्मेलन का हिस्सा बनें।
पटना/फारबिसगंज
पटना के बापू सभागार में 8 जून को आयोजित होने जा रहा सुढ़ी अधिकार महासम्मेलन एक ऐतिहासिक अवसर बनने जा रहा है। इस महाआयोजन में बिहार भर से सुढ़ी समाज के स्वजाती भाई भारी संख्या में एकजुट होकर अपनी सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक अधिकारों की दमदार आवाज़ बुलंद करेंगे। कार्यक्रम को लेकर जिले और प्रमंडल स्तर पर तैयारियाँ जोरों पर हैं।
प्रेस वार्ता में भरी हुंकार: “अब हक छीन कर लेंगे!”
फारबिसगंज में आयोजित एक प्रेस वार्ता में अररिया जिला संयोजक अभिषेक नीरज ने कहा कि “08 जून को पटना में अररिया से सैकड़ों स्वजाती भाई चट्टानी एकता के साथ जुटेंगे और अपनी हक की लड़ाई को निर्णायक दिशा देंगे।”
इस अवसर पर पूर्णिया प्रमंडलीय संयोजक अमित पूर्वे ने कहा, “सुढ़ी समाज ने हमेशा समाज के निर्माण में योगदान दिया है, न कि किसी से कुछ लिया है। आज भी बिहार के कई ऐतिहासिक स्थलों की ज़मीन हमारे पूर्वजों ने दान में दी थी, लेकिन वर्तमान में षड्यंत्रपूर्वक हमारे अधिकारों का हनन किया जा रहा है।”
उन्होंने सरकार से मांग की कि सुढ़ी समाज को ‘अति पिछड़ा वर्ग’ (EBC) में शामिल किया जाए ताकि समाज को उचित प्रतिनिधित्व, शैक्षणिक अवसर और सामाजिक सम्मान मिल सके।
सरकार की अनदेखी पर नाराज़गी
फारबिसगंज अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा, “हमारी मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन बिहार सरकार बार-बार इसे नजरअंदाज कर रही है। अब समाज और इंतज़ार नहीं करेगा, हक को छीनने की तैयारी है।”
ज़िलेभर में चल रहा जनसंपर्क अभियान
महासम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रखंड स्तर तक अभियान चलाया जा रहा है। सह प्रभारी उपेंद्र पंजियार ने बताया कि जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में संगठन के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को आमंत्रण पत्र दे रहे हैं।
नरपतगंज: राजकुमार पूर्वे, राजेश महतो
रानीगंज: कृष्ण कुमार सेनानी, उदय शंकर पूर्वे, अरुण मंडल, मुकेश कुमार गुड्डू, पिंटू महतो
कुर्साकांटा: आकाश राज, बमबम साह
इन कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को महासम्मेलन में भाग लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
मौजूद रहे कई प्रमुख चेहरे
प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से फारबिसगंज अध्यक्ष अशोक गुप्ता, सचिव संजीव शेखर, जिला सह प्रभारी उपेंद्र पंजियार, सह प्रभारी राजेश रोशन, बिपिन गुप्ता, सुबोध गुप्ता समेत अनेक संगठन कार्यकर्ता उपस्थित थे।
🔔 विशेष आग्रह: सभी स्वजाती बंधु 8 जून को पटना पहुंचकर अपने हक, सम्मान और पहचान के लिए इस ऐतिहासिक महासम्मेलन का हिस्सा बनें।
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