अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संजना कुमारी की कहानी उन तमाम महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो आत्मनिर्भर बनने की राह पर हैं। अररिया जिले के घुरघुरा (वार्ड नंबर-17, प्रखंड अररिया) की रहने वाली संजना कभी एक शिक्षित बेरोजगार महिला थीं, जबकि उनके पति छोटे किसान हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, लेकिन संजना ने हार नहीं मानी और अपने हुनर को पहचानते हुए सिलाई का काम शुरू किया।
महिला उद्यमी योजना ने बदली जिंदगी:
संजना ने बताया कि वह मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के बारे में जानने के बाद उत्साहित हुईं और तुरंत ऑनलाइन आवेदन किया। चयन होने के बाद उद्योग विभाग, पटना द्वारा दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें तीन किस्तों में आर्थिक सहायता मिली, जिससे उन्होंने रेडिमेड वस्त्र निर्माण इकाई “संजना रेडिमेड गारमेंट्स” की स्थापना की।
सात अन्य लोगों को दिया रोजगार:
आज संजना न केवल खुद आत्मनिर्भर हैं, बल्कि अपने व्यवसाय के जरिए 07 अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही हैं। उनके द्वारा निर्मित शर्ट और अन्य वस्त्र “SCOTIES” ब्रांड नाम से बाजार में उपलब्ध हैं, जिसे स्थानीय स्तर पर अच्छी पहचान मिल रही है।
सरकार और जिला उद्योग केंद्र को दी बधाई:
संजना कुमारी ने अपनी सफलता के लिए बिहार सरकार, उद्योग विभाग, पटना और जिला उद्योग केंद्र, अररिया को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों ने समय-समय पर मार्गदर्शन कर आगे बढ़ने में मदद की।
आगे की योजना:
भविष्य को लेकर संजना ने आशा जताई कि वे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देंगी, जिससे समाज आर्थिक रूप से सशक्त हो सके। उनकी यह कहानी अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है, जो स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का सपना देख रही हैं।
सारस न्यूज, अररिया।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं संजना कुमारी:
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संजना कुमारी की कहानी उन तमाम महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो आत्मनिर्भर बनने की राह पर हैं। अररिया जिले के घुरघुरा (वार्ड नंबर-17, प्रखंड अररिया) की रहने वाली संजना कभी एक शिक्षित बेरोजगार महिला थीं, जबकि उनके पति छोटे किसान हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, लेकिन संजना ने हार नहीं मानी और अपने हुनर को पहचानते हुए सिलाई का काम शुरू किया।
महिला उद्यमी योजना ने बदली जिंदगी:
संजना ने बताया कि वह मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के बारे में जानने के बाद उत्साहित हुईं और तुरंत ऑनलाइन आवेदन किया। चयन होने के बाद उद्योग विभाग, पटना द्वारा दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें तीन किस्तों में आर्थिक सहायता मिली, जिससे उन्होंने रेडिमेड वस्त्र निर्माण इकाई “संजना रेडिमेड गारमेंट्स” की स्थापना की।
सात अन्य लोगों को दिया रोजगार:
आज संजना न केवल खुद आत्मनिर्भर हैं, बल्कि अपने व्यवसाय के जरिए 07 अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही हैं। उनके द्वारा निर्मित शर्ट और अन्य वस्त्र “SCOTIES” ब्रांड नाम से बाजार में उपलब्ध हैं, जिसे स्थानीय स्तर पर अच्छी पहचान मिल रही है।
सरकार और जिला उद्योग केंद्र को दी बधाई:
संजना कुमारी ने अपनी सफलता के लिए बिहार सरकार, उद्योग विभाग, पटना और जिला उद्योग केंद्र, अररिया को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों ने समय-समय पर मार्गदर्शन कर आगे बढ़ने में मदद की।
आगे की योजना:
भविष्य को लेकर संजना ने आशा जताई कि वे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देंगी, जिससे समाज आर्थिक रूप से सशक्त हो सके। उनकी यह कहानी अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है, जो स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का सपना देख रही हैं।
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