अररिया जिले में वन विभाग ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो और जिला खुफिया इकाई (डीआईयू) के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस संयुक्त अभियान में फारबिसगंज क्षेत्र में कोबरा सांप के विष की अवैध तस्करी में शामिल छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी के दौरान 2.157 किलोग्राम कोबरा सांप का विष, तीन मोटरसाइकिल और छह मोबाइल फोन जब्त किए गए।
इस कार्रवाई को वन्यजीव संरक्षण और जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
वन विभाग के अररिया प्रमंडल द्वारा गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि यह कार्रवाई 7 मई को अररिया वन क्षेत्र, फारबिसगंज वन क्षेत्र और किशनगंज वन क्षेत्र की संयुक्त टीमों द्वारा की गई। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-1 के तहत संरक्षित कोबरा सांप के विष की तस्करी पर नकेल कसने के लिए यह छापेमारी की गई। कोबरा सांप का विष, जिसका उपयोग अवैध रूप से दवाइयों और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में किया जाता है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी कीमत पर बिकता है।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से वन्यजीव अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। यह अभियान न केवल अवैध तस्करी को रोकने में प्रभावी साबित हुआ है, बल्कि जैव विविधता के संरक्षण के प्रति वन विभाग की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई की सराहना की है और वन्यजीव संरक्षण के लिए ऐसी सख्त कार्रवाइयों की आवश्यकता पर बल दिया है। वन विभाग ने चेतावनी दी है कि वन्यजीव अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ भविष्य में भी कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। इस सफलता के बाद वन विभाग की टीमें और सतर्क हो गई हैं ताकि इस तरह की गतिविधियों को पूरी तरह रोका जा सके।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया जिले में वन विभाग ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो और जिला खुफिया इकाई (डीआईयू) के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस संयुक्त अभियान में फारबिसगंज क्षेत्र में कोबरा सांप के विष की अवैध तस्करी में शामिल छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। छापेमारी के दौरान 2.157 किलोग्राम कोबरा सांप का विष, तीन मोटरसाइकिल और छह मोबाइल फोन जब्त किए गए।
इस कार्रवाई को वन्यजीव संरक्षण और जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
वन विभाग के अररिया प्रमंडल द्वारा गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि यह कार्रवाई 7 मई को अररिया वन क्षेत्र, फारबिसगंज वन क्षेत्र और किशनगंज वन क्षेत्र की संयुक्त टीमों द्वारा की गई। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची-1 के तहत संरक्षित कोबरा सांप के विष की तस्करी पर नकेल कसने के लिए यह छापेमारी की गई। कोबरा सांप का विष, जिसका उपयोग अवैध रूप से दवाइयों और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में किया जाता है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी कीमत पर बिकता है।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से वन्यजीव अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। यह अभियान न केवल अवैध तस्करी को रोकने में प्रभावी साबित हुआ है, बल्कि जैव विविधता के संरक्षण के प्रति वन विभाग की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई की सराहना की है और वन्यजीव संरक्षण के लिए ऐसी सख्त कार्रवाइयों की आवश्यकता पर बल दिया है। वन विभाग ने चेतावनी दी है कि वन्यजीव अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ भविष्य में भी कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। इस सफलता के बाद वन विभाग की टीमें और सतर्क हो गई हैं ताकि इस तरह की गतिविधियों को पूरी तरह रोका जा सके।
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