बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर 07 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा फैसिलिटेटर संघ फारबिसगंज के बैनर तले आशा कार्यकर्ताओं व फैसिलिटेटरों के द्वारा गुरुवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। हड़ताल के तीसरे दिन आशा कार्यकर्ताओं व फैसिलिटेटरों ने अनुमंडलीय अस्पताल के परिसर में पहुंचकर अपने सात सूत्री मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
इस मौके पर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर 07 सूत्री मांगों के समर्थन में 20 से 24 मई तक वे सभी हड़ताल पर हैं। हड़ताल का आज तीसरा दिन है।
प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी 07 सूत्री मांगों में क्रमशः:
2023 में हुए समझौते के अनुरूप आशा और आशा फैसिलिटेटर के मासिक मानदेय एक हजार व पच्चीस सौ रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये करने संबंधी आदेश अविलंब निर्गत किया जाए।
पिछले छह माह से लंबित मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए व इसके लिए दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
पिछला सारा बकाया भुगतान करते हुए पोर्टल व्यवस्था में सुधार किया जाए।
रिटायरमेंट की उम्र सीमा 65 वर्ष की जाए व सेवानिवृत्ति के समय 10 लाख का रिटायरमेंट पैकेज तथा अनिवार्य मासिक पेंशन की सुविधा दी जाए।
आशाओं को विभिन्न तरह के कार्यों के लिए जो प्रोत्साहन राशि मिलती है, उसका पुनरीक्षण किया जाए।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सम्मिलित विमर्श के आधार पर आशा और आशा फैसिलिटेटर के लिए 21 हजार रुपये बेसिक न्यूनतम मासिक मानदेय निर्धारित किया जाए।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से जुड़ी आशाओं को देय राशि का भुगतान पोर्टल के माध्यम से किया जाए और इसमें आशा फैसिलिटेटर को भी जोड़ा जाए।
मौके पर संघ की अध्यक्ष रीना कुमारी, उपाध्यक्ष क्रमशः बुधिया देवी व गीता देवी, महामंत्री फूल कुमारी देवी, मंत्री अंजू देवी, कोषाध्यक्ष रेणुका रिया, संरक्षक जहां आरा, सलाहकार सुष्मिता भारती व व्यवस्थापक दुलारी देवी, रागिनी देवी, सानी देवी, अनीता देवी, पुष्पा देवी, पूनम देवी, मोनिका देवी सहित अन्य आशा कार्यकर्ता व आशा फैसिलिटेटर मौजूद थीं।
सारस न्यूज, अररिया।
बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर 07 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा फैसिलिटेटर संघ फारबिसगंज के बैनर तले आशा कार्यकर्ताओं व फैसिलिटेटरों के द्वारा गुरुवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। हड़ताल के तीसरे दिन आशा कार्यकर्ताओं व फैसिलिटेटरों ने अनुमंडलीय अस्पताल के परिसर में पहुंचकर अपने सात सूत्री मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
इस मौके पर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर 07 सूत्री मांगों के समर्थन में 20 से 24 मई तक वे सभी हड़ताल पर हैं। हड़ताल का आज तीसरा दिन है।
प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी 07 सूत्री मांगों में क्रमशः:
2023 में हुए समझौते के अनुरूप आशा और आशा फैसिलिटेटर के मासिक मानदेय एक हजार व पच्चीस सौ रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये करने संबंधी आदेश अविलंब निर्गत किया जाए।
पिछले छह माह से लंबित मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए व इसके लिए दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
पिछला सारा बकाया भुगतान करते हुए पोर्टल व्यवस्था में सुधार किया जाए।
रिटायरमेंट की उम्र सीमा 65 वर्ष की जाए व सेवानिवृत्ति के समय 10 लाख का रिटायरमेंट पैकेज तथा अनिवार्य मासिक पेंशन की सुविधा दी जाए।
आशाओं को विभिन्न तरह के कार्यों के लिए जो प्रोत्साहन राशि मिलती है, उसका पुनरीक्षण किया जाए।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सम्मिलित विमर्श के आधार पर आशा और आशा फैसिलिटेटर के लिए 21 हजार रुपये बेसिक न्यूनतम मासिक मानदेय निर्धारित किया जाए।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से जुड़ी आशाओं को देय राशि का भुगतान पोर्टल के माध्यम से किया जाए और इसमें आशा फैसिलिटेटर को भी जोड़ा जाए।
मौके पर संघ की अध्यक्ष रीना कुमारी, उपाध्यक्ष क्रमशः बुधिया देवी व गीता देवी, महामंत्री फूल कुमारी देवी, मंत्री अंजू देवी, कोषाध्यक्ष रेणुका रिया, संरक्षक जहां आरा, सलाहकार सुष्मिता भारती व व्यवस्थापक दुलारी देवी, रागिनी देवी, सानी देवी, अनीता देवी, पुष्पा देवी, पूनम देवी, मोनिका देवी सहित अन्य आशा कार्यकर्ता व आशा फैसिलिटेटर मौजूद थीं।
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