प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी और ठगी करने वाला 03 वर्ष से फरार युवक को नगर थाना पुलिस ने गिरफ्त में लेते हुए न्यायिक हिरासत का पालन करते हुए जेल भेज दिया है। इसकी सूचना देते हुए नगर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने बताया कि बीते 03 वर्ष पूर्व सदर प्रखंड अंतर्गत चातर पंचायत वार्ड नंबर 14 निवासी फरीदा पति अलाउद्दीन ने आरोपी के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दर्ज प्राथमिकी कांड संख्या 786/20 में ठगी करने वाले तीनों फरार आरोपी में चातर पंचायत वार्ड नंबर 14 निवासी मो यूसुफ पिता यूनुस, महलगांव थाना के चैनपुर वार्ड नंबर 01 निवासी सह चातर पंचायत का आवास सहायक मो रिजवान पिता अनवार व ताराबाड़ी थाना के झौवा निवासी सह सीएसपी संचालक मो सरफराज पिता आरिफ बीते 03 वर्ष से फरार चल रहा था। जिसमें नगर थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार की रात्रि चातर पंचायत में छापेमारी अभियान चलाकर मो यूसुफ को उसके घर से गिरफ्त में लेते हुए न्यायिक हिरासत का पालन करते हुए जेल भेज दिया है। इधर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कांड का मुख्य आरोपी युवक यूसुफ तत्कालीन आवास सहायक मो रिजवान के साथ मिलकर आवास योजना की गरीब, लाचार व मजदूर महिला लाभार्थी फरीदा पति अलाउद्दीन को आवास दिलाने के नाम पर उसके घर से मवेशी व अन्य सामग्री की बिक्री कराकर 20 हजार रुपए की ठगी पहले कर ली थी। इसके बाद पुनः बैंक खाता में आवास योजना की प्रथम किस्त मिलने पर तत्कालीन आवास सहायक व सीएसपी संचालक मो सरफराज के साथ मिलकर उसके खाता नंबर में महिला लाभार्थी का अंगूठा लगवा कर 40 हजार रुपए तीन अलग अलग बार में 06 नवंबर 2019 को निकाल लिया था। इसका पता गांव के बुद्धिजीवी लोगों के द्वारा साथ में रहकर बैंक स्टेटमेंट निकालने पर चला। वहीं सीएसपी में महिला लाभार्थी से कई सादे कागजों व कई फॉर्म पर अंगूठा का निशान ले लिया था। जिसमें महिला ने अपने दिए आवेदन में जानकारी देते हुए बताया कि तीनों लोगों के द्वारा शाम तक रुपए घर पहुंचाने की बात कही थी। लेकिन दिन बीतते गए। निकासी किए राशि महिला लाभार्थी को नहीं मिल पाया। इसके बाद गांव में कई बार पंचायत भी बैठी। पंचायत में रुपए देने के बाद तीनों ठग ने फिर भी राशि नहीं लौटाई। वहीं घर आकर जान से मारने की धमकी तक दी। अंतिम पंचायत में मारपीट करने के साथ पहने कपड़े को फाड़कर अर्धनग्न तक कर दिया गया। दर्ज प्राथमिकी में पीड़ित महिला ने बताया है कि मो यूनुस तत्कालीन आवास सहायक व सीएसपी संचालक से मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए 60 हजार रुपए हड़प लिया था। जिसमें फरार तीन आरोपी में एक आरोपी की गिरफ्तारी नगर थाना पुलिस ने की है। फरार अन्य दो आरोपी की गिरफ्तारी के लिए नगर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने बताया कि छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें फरार अन्य दो आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सारस न्यूज अररिया।
प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी और ठगी करने वाला 03 वर्ष से फरार युवक को नगर थाना पुलिस ने गिरफ्त में लेते हुए न्यायिक हिरासत का पालन करते हुए जेल भेज दिया है। इसकी सूचना देते हुए नगर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने बताया कि बीते 03 वर्ष पूर्व सदर प्रखंड अंतर्गत चातर पंचायत वार्ड नंबर 14 निवासी फरीदा पति अलाउद्दीन ने आरोपी के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दर्ज प्राथमिकी कांड संख्या 786/20 में ठगी करने वाले तीनों फरार आरोपी में चातर पंचायत वार्ड नंबर 14 निवासी मो यूसुफ पिता यूनुस, महलगांव थाना के चैनपुर वार्ड नंबर 01 निवासी सह चातर पंचायत का आवास सहायक मो रिजवान पिता अनवार व ताराबाड़ी थाना के झौवा निवासी सह सीएसपी संचालक मो सरफराज पिता आरिफ बीते 03 वर्ष से फरार चल रहा था। जिसमें नगर थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार की रात्रि चातर पंचायत में छापेमारी अभियान चलाकर मो यूसुफ को उसके घर से गिरफ्त में लेते हुए न्यायिक हिरासत का पालन करते हुए जेल भेज दिया है। इधर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कांड का मुख्य आरोपी युवक यूसुफ तत्कालीन आवास सहायक मो रिजवान के साथ मिलकर आवास योजना की गरीब, लाचार व मजदूर महिला लाभार्थी फरीदा पति अलाउद्दीन को आवास दिलाने के नाम पर उसके घर से मवेशी व अन्य सामग्री की बिक्री कराकर 20 हजार रुपए की ठगी पहले कर ली थी। इसके बाद पुनः बैंक खाता में आवास योजना की प्रथम किस्त मिलने पर तत्कालीन आवास सहायक व सीएसपी संचालक मो सरफराज के साथ मिलकर उसके खाता नंबर में महिला लाभार्थी का अंगूठा लगवा कर 40 हजार रुपए तीन अलग अलग बार में 06 नवंबर 2019 को निकाल लिया था। इसका पता गांव के बुद्धिजीवी लोगों के द्वारा साथ में रहकर बैंक स्टेटमेंट निकालने पर चला। वहीं सीएसपी में महिला लाभार्थी से कई सादे कागजों व कई फॉर्म पर अंगूठा का निशान ले लिया था। जिसमें महिला ने अपने दिए आवेदन में जानकारी देते हुए बताया कि तीनों लोगों के द्वारा शाम तक रुपए घर पहुंचाने की बात कही थी। लेकिन दिन बीतते गए। निकासी किए राशि महिला लाभार्थी को नहीं मिल पाया। इसके बाद गांव में कई बार पंचायत भी बैठी। पंचायत में रुपए देने के बाद तीनों ठग ने फिर भी राशि नहीं लौटाई। वहीं घर आकर जान से मारने की धमकी तक दी। अंतिम पंचायत में मारपीट करने के साथ पहने कपड़े को फाड़कर अर्धनग्न तक कर दिया गया। दर्ज प्राथमिकी में पीड़ित महिला ने बताया है कि मो यूनुस तत्कालीन आवास सहायक व सीएसपी संचालक से मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए 60 हजार रुपए हड़प लिया था। जिसमें फरार तीन आरोपी में एक आरोपी की गिरफ्तारी नगर थाना पुलिस ने की है। फरार अन्य दो आरोपी की गिरफ्तारी के लिए नगर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने बताया कि छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें फरार अन्य दो आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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