अंतिम यात्रा में शामिल भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं स्थानीय लोग।
अररिया में करीब 60 वर्षों से लावारिश शवों की अंत्येष्टि कार्य संपन्न करने वाले सनातन संस्कृति के वाहक, विहिप एवं आरएसएस का अलख जगाए रखने वाले भाजपायी नेता, मानवता के परिचायक पारस चंद्र भारती का इलाज के दौरान निधन हो गया। जिला मुख्यालय के काली बाजार निवासी दिवंगत पारस चंद्र भारती के इलाज के दौरान निधन होने से जिला भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई है। अररिया भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आलोक भगत सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा, विहिप, आरएसएस के कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन पाने के लिए एवं अंतिम यात्रा में शरीक हुए।
स्थानीय लोगों सहित अन्य सभी मौजूद सभी लोगों की आंखें नम थी। वहीं अंतिम यात्रा में शामिल एवं दिवगंत आत्मा को कंधे देने के दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आलोक भगत उर्फ बमशंकर भगत ने बताया कि 1989 के अररिया लोकसभा चुनाव में जब भाजपा से स्व सुखा पासवान प्रत्याशी बनाए गए थे तो उनके कम उम्र में भी सीधे तौर पर उन्हें भाजपा कार्यकर्ता के रूप में जोड़ने वाले महान शख्स दिवगंत पारस चंद्र भारती ही थे। उन्होंने बताया कि परंपरागत रूप से वर्षों वर्ष तक अररिया में दिवगंत के अपने दरवाजा पर 15 अगस्त एवं 26 जनवरी में भाजपा का झंडा उनके द्वारा फहराया जाता रहा। अब मानवता के अनोखे मिशाल दिवगंत पारस चंद्र भारती का पंचतत्वों में विलीन होने से वें स्मृति शेष की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। उनका इलाज पूर्णिया के एक अस्पताल में चल रहा था।
सारस न्यूज़, अररिया।
अंतिम यात्रा में शामिल भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं स्थानीय लोग।
अररिया में करीब 60 वर्षों से लावारिश शवों की अंत्येष्टि कार्य संपन्न करने वाले सनातन संस्कृति के वाहक, विहिप एवं आरएसएस का अलख जगाए रखने वाले भाजपायी नेता, मानवता के परिचायक पारस चंद्र भारती का इलाज के दौरान निधन हो गया। जिला मुख्यालय के काली बाजार निवासी दिवंगत पारस चंद्र भारती के इलाज के दौरान निधन होने से जिला भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई है। अररिया भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आलोक भगत सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा, विहिप, आरएसएस के कार्यकर्ता उनके अंतिम दर्शन पाने के लिए एवं अंतिम यात्रा में शरीक हुए।
स्थानीय लोगों सहित अन्य सभी मौजूद सभी लोगों की आंखें नम थी। वहीं अंतिम यात्रा में शामिल एवं दिवगंत आत्मा को कंधे देने के दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आलोक भगत उर्फ बमशंकर भगत ने बताया कि 1989 के अररिया लोकसभा चुनाव में जब भाजपा से स्व सुखा पासवान प्रत्याशी बनाए गए थे तो उनके कम उम्र में भी सीधे तौर पर उन्हें भाजपा कार्यकर्ता के रूप में जोड़ने वाले महान शख्स दिवगंत पारस चंद्र भारती ही थे। उन्होंने बताया कि परंपरागत रूप से वर्षों वर्ष तक अररिया में दिवगंत के अपने दरवाजा पर 15 अगस्त एवं 26 जनवरी में भाजपा का झंडा उनके द्वारा फहराया जाता रहा। अब मानवता के अनोखे मिशाल दिवगंत पारस चंद्र भारती का पंचतत्वों में विलीन होने से वें स्मृति शेष की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। उनका इलाज पूर्णिया के एक अस्पताल में चल रहा था।
Leave a Reply