शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा पूरे विधि-विधान से संपन्न हुई। सुबह से ही देवी मंदिरों और श्रद्धालुओं के घरों में “या देवी सर्वभूतेषु…” जैसे मंत्रों की गूंज सुनाई दी। पूरे जिले में भक्तों में खासा उत्साह देखा गया।
मां ब्रह्मचारिणी, तप की प्रतीक मानी जाती हैं। देवी के इस स्वरूप की उपासना से मनुष्य में संयम, त्याग, वैराग्य और सदाचार की भावना प्रबल होती है। मां के दाएं हाथ में जपमाला और बाएं में कमंडल धारण करने वाला यह रूप अत्यंत तेजस्वी और ज्योतिर्मय माना गया है। पूजा-अर्चना से भक्तों को जीवन के संघर्षों में विजय और सिद्धि प्राप्त होती है।
मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में भव्य पूजा
नवरात्र के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और दीपों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। भक्तों की भारी भीड़ पूजा-अर्चना में शामिल होने मंदिर पहुंच रही है।
मंदिर के प्रमुख साधक नानू बाबा द्वारा प्रतिदिन विशेष पुष्पांजलि और महाभोग अर्पित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नवरात्र के पहले दिन से लेकर नवमी तक मां खड्गेश्वरी को विशेष भोग लगाया जाएगा। साथ ही, प्रतिदिन सप्त पूजा से नव पूजा तक क्रमशः पूजा विधियों का आयोजन किया जा रहा है।
भक्तों ने मां को पुष्पांजलि अर्पित कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। मंदिर परिसर मंत्रोच्चारण से गुंजायमान रहा, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बन गया।
सारस न्यूज, किशनगंज।
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा पूरे विधि-विधान से संपन्न हुई। सुबह से ही देवी मंदिरों और श्रद्धालुओं के घरों में “या देवी सर्वभूतेषु…” जैसे मंत्रों की गूंज सुनाई दी। पूरे जिले में भक्तों में खासा उत्साह देखा गया।
मां ब्रह्मचारिणी, तप की प्रतीक मानी जाती हैं। देवी के इस स्वरूप की उपासना से मनुष्य में संयम, त्याग, वैराग्य और सदाचार की भावना प्रबल होती है। मां के दाएं हाथ में जपमाला और बाएं में कमंडल धारण करने वाला यह रूप अत्यंत तेजस्वी और ज्योतिर्मय माना गया है। पूजा-अर्चना से भक्तों को जीवन के संघर्षों में विजय और सिद्धि प्राप्त होती है।
मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में भव्य पूजा
नवरात्र के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और दीपों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। भक्तों की भारी भीड़ पूजा-अर्चना में शामिल होने मंदिर पहुंच रही है।
मंदिर के प्रमुख साधक नानू बाबा द्वारा प्रतिदिन विशेष पुष्पांजलि और महाभोग अर्पित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नवरात्र के पहले दिन से लेकर नवमी तक मां खड्गेश्वरी को विशेष भोग लगाया जाएगा। साथ ही, प्रतिदिन सप्त पूजा से नव पूजा तक क्रमशः पूजा विधियों का आयोजन किया जा रहा है।
भक्तों ने मां को पुष्पांजलि अर्पित कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। मंदिर परिसर मंत्रोच्चारण से गुंजायमान रहा, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बन गया।
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