जब सीरिस्ता में नाबालिग को रखा गया तो महिला पुलिस को क्यूं नहीं लगाया गया ड्यूटी पर: मृतक की बहन।
सीरिस्ता में फांसी पर चांदनी कुमारी का लटका शव, वहीं सोया हुआ सरोज नामक युवक।
मृतक मिठ्ठू के रोते बिलखते परिजन।
ताराबाड़ी थाना में घटित घटना के बाद प्रभात खबर की टीम ने रविवार को मृतक मिट्ठू सिंह के घर पर जाकर मामले के दूसरे पहलू को भी जानना चाहा। हालांकि जब हमारे प्रतिनिधि वहां पहुंचे तो बूढ़े मां-बाप के आंसू रुकने का नाम हीं नहीं ले रहे थे। आंखें पथराई सी लग रही थी। इसी दौरान जब मछली बेचकर रोजी रोटी चलाने वाले मृतक के पिता तरौना निवासी रामानंद सिंह (75) ने घटनाक्रम को बताया तो कई राज के परत भी सामने आए।
बूढ़े पिता ने शुरू से बताना की उन्होंने कहा कि उसके बेटे की शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व मुस्कान के साथ धूमधाम से की गई थी। जिससे 02 महीने का एक बच्चा भी है।
मृतक मिट्ठू 03 बहन 02 भाई से है। भाई में मृतक बड़ा लड़का था। बीते 14 मई को जब उनका बेटा मिट्ठू शाम साढ़े 08 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो आशंका हुई। बेटा का पता लगाने के लिए पटेगना फोन किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। मृतक के ससुराल फोन किया तो वहां से भी बताया कि वहां नहीं गया है।
भपटिया से फोन आया कि आपका बेटा, अपनी साली के साथ पंजाब जा रहा तो हम ने उसे रोका।
इसी दौरान 11 बजे रात्रि को भपटिया से फोन आता है कि आपका बेटा को साली के साथ देखा गया है। पंजाब जाने की तैयारी में है। जानकारी मिलने पर मृतक के पिता ने सूचना देने वाले को कहा कि इसे किसी तरह से पकड़ कर घर ले कर आईए जिसमें अगले दिन 15 मई को सुबह साढ़े 07 बजे उसे तरौना स्थित उसके घर लाया गया। उसके साथ उसकी साली भी थी। जिससे उसने विवाह कर लिया था। इसी के बाद रात्रि का खाना खाने के बाद मिट्ठू, मुस्कान व चांदनी एक कमरे में सोने चले गए इसके बाद परिवार के अन्य लोग बाहर बरामदे में सो रहे थे।
गहना नगद लेकर भाग गई मेरी बहु:पिता।
रात को जब पोता के रोने की आवाज आई तो बहु मुस्कान उठी व बच्चे को दूध पिलाया। इसी दौरान उसने चुपचाप घर के 03 मोबाइल को ऑफ कर दिया व घर से कई समान सहित गहने लेकर निकल गई। घर के बाहर सड़क पर कोई उसका इंतजार कर रहा था। इसकी जानकारी बाद में उन्हें लगी। ससुराल से मायके जाने के बाद कब उसने अपने पति व अपने बहन पर थाना में आवेदन दिया। यह किसी को मालूम नहीं। जब 16 मई को करीब साढ़े 04 बजे उसके घर पुलिस वाहन में कई पुलिस पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि घर आई ताराबाड़ी थाना पुलिस ने उन्हें बताया कि आपका लड़का लड़की का अपहरण कर लिया है। जिसमें दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया। साथ में कोई महिला पुलिस नहीं थी। घर के सभी लोग रोते गिड़गिड़ाते रहे लेकिन ताराबाड़ी पुलिस के जवान उनके बेटे मिट्ठू को बंदूक के कुंदा व लाठी से बुरी तरह मारते हुए घसीटते हुए अपने साथ दोनों को लेकर चली गई।
मुखिया जी को बताया था सारी बात।
इसके बाद अपने मुखिया हर्षवर्धन सिंह उर्फ पप्पू सिंह को घटना की सारी जानकारी उनके द्वारा दी गई थी उन्होंने सुबह थाना चलने की बात कही। घर के सभी लोग मान गए। वहीं जब 17 मई की सुबह ताराबाड़ी पहुंचे तो पुलिस ने बताया कि इस तरह को घटना हो गई है। जब भागे-भागे थाना पहुंचे तो शव को देखने नहीं दिया गया। बार-बार कहने के बावजूद थाना पर मौजूद पुलिस डांटने फटकारने लगे। साथ हीं लाठी से मृतक के पिता व मां सबिता देवी को बुरी तरह से मारा गया। जिसमें मृतक की बूढ़ी मां के माथे, पीठ पर निशान पाया गया। मृतक की मां ने बताया कि उसे उठा पटक कर भी मारा गया।
स्थानीय लोगों ने किया उपद्रव, हमारी गलती नहीं वहां थोड़ी देर में स्थानीय लोगों के तरफ से घटना को अंजाम दिया गया है। जिसमें उनकी कोई गलती नहीं है। उनका छोटे लड़का टुनटुन कुमार का नाम भी प्राथमिकी में डाल दिया गया है। लेकिन मेरे परिवार की कहीं कोई गलती उक्त घटना में नहीं है। शव के अंतिम संस्कार के लिए जब मांगा जाने लगा तो शव नहीं दिया जा रहा था। मृतक के पिता ने बताया कि उन्होंने मुस्कान के घरवाले को बुलाने की मांग बार बार की है। लेकिन जब नहीं बुलाया गया व मुस्कान के परिजन जब थाना नहीं पहुंचे तो उन्होंने दोनों शव को मांगा व खुद से दोनों शव जीजा साली का अंतिम संस्कार किया है।
सरोज नाम का लड़का क्यूं सोया था सिरिस्ता में बताए अधिकारी: मृतका की बहन।
इधर मृतक की बहन चमचम कुमारी ने बताया कि जब उसका भाई अपनी साली से शादी कर लिया तो उनके पिता ने कहा कि दोनों बहु को अपने साथ ही घर में रखेंगे। जब ताराबाड़ी पुलिस दोनों गिरफ्तार करने पहुंची तो उसके साथ कोई महिला पुलिस नहीं थी। वहीं सिरिस्ता में जब भाई के साली चांदनी को रखा गया तो वहां एक लड़का जिसकी पहचान करते हुए उन्होंने कहा कि सरोज नामक लड़का उसके रूम में कैसे सोये हुए था। महिला पुलिस क्यूं नहीं थी। इसकी जांच हो। आत्महत्या के दौरान वाली सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया। लेकिन आत्महत्या से पहले वाली फुटेज क्यूं नहीं दिखाया गया।
सारस न्यूज़, अररिया।
जब सीरिस्ता में नाबालिग को रखा गया तो महिला पुलिस को क्यूं नहीं लगाया गया ड्यूटी पर: मृतक की बहन।
सीरिस्ता में फांसी पर चांदनी कुमारी का लटका शव, वहीं सोया हुआ सरोज नामक युवक।
मृतक मिठ्ठू के रोते बिलखते परिजन।
ताराबाड़ी थाना में घटित घटना के बाद प्रभात खबर की टीम ने रविवार को मृतक मिट्ठू सिंह के घर पर जाकर मामले के दूसरे पहलू को भी जानना चाहा। हालांकि जब हमारे प्रतिनिधि वहां पहुंचे तो बूढ़े मां-बाप के आंसू रुकने का नाम हीं नहीं ले रहे थे। आंखें पथराई सी लग रही थी। इसी दौरान जब मछली बेचकर रोजी रोटी चलाने वाले मृतक के पिता तरौना निवासी रामानंद सिंह (75) ने घटनाक्रम को बताया तो कई राज के परत भी सामने आए।
बूढ़े पिता ने शुरू से बताना की उन्होंने कहा कि उसके बेटे की शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व मुस्कान के साथ धूमधाम से की गई थी। जिससे 02 महीने का एक बच्चा भी है।
मृतक मिट्ठू 03 बहन 02 भाई से है। भाई में मृतक बड़ा लड़का था। बीते 14 मई को जब उनका बेटा मिट्ठू शाम साढ़े 08 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो आशंका हुई। बेटा का पता लगाने के लिए पटेगना फोन किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। मृतक के ससुराल फोन किया तो वहां से भी बताया कि वहां नहीं गया है।
भपटिया से फोन आया कि आपका बेटा, अपनी साली के साथ पंजाब जा रहा तो हम ने उसे रोका।
इसी दौरान 11 बजे रात्रि को भपटिया से फोन आता है कि आपका बेटा को साली के साथ देखा गया है। पंजाब जाने की तैयारी में है। जानकारी मिलने पर मृतक के पिता ने सूचना देने वाले को कहा कि इसे किसी तरह से पकड़ कर घर ले कर आईए जिसमें अगले दिन 15 मई को सुबह साढ़े 07 बजे उसे तरौना स्थित उसके घर लाया गया। उसके साथ उसकी साली भी थी। जिससे उसने विवाह कर लिया था। इसी के बाद रात्रि का खाना खाने के बाद मिट्ठू, मुस्कान व चांदनी एक कमरे में सोने चले गए इसके बाद परिवार के अन्य लोग बाहर बरामदे में सो रहे थे।
गहना नगद लेकर भाग गई मेरी बहु:पिता।
रात को जब पोता के रोने की आवाज आई तो बहु मुस्कान उठी व बच्चे को दूध पिलाया। इसी दौरान उसने चुपचाप घर के 03 मोबाइल को ऑफ कर दिया व घर से कई समान सहित गहने लेकर निकल गई। घर के बाहर सड़क पर कोई उसका इंतजार कर रहा था। इसकी जानकारी बाद में उन्हें लगी। ससुराल से मायके जाने के बाद कब उसने अपने पति व अपने बहन पर थाना में आवेदन दिया। यह किसी को मालूम नहीं। जब 16 मई को करीब साढ़े 04 बजे उसके घर पुलिस वाहन में कई पुलिस पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि घर आई ताराबाड़ी थाना पुलिस ने उन्हें बताया कि आपका लड़का लड़की का अपहरण कर लिया है। जिसमें दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया। साथ में कोई महिला पुलिस नहीं थी। घर के सभी लोग रोते गिड़गिड़ाते रहे लेकिन ताराबाड़ी पुलिस के जवान उनके बेटे मिट्ठू को बंदूक के कुंदा व लाठी से बुरी तरह मारते हुए घसीटते हुए अपने साथ दोनों को लेकर चली गई।
मुखिया जी को बताया था सारी बात।
इसके बाद अपने मुखिया हर्षवर्धन सिंह उर्फ पप्पू सिंह को घटना की सारी जानकारी उनके द्वारा दी गई थी उन्होंने सुबह थाना चलने की बात कही। घर के सभी लोग मान गए। वहीं जब 17 मई की सुबह ताराबाड़ी पहुंचे तो पुलिस ने बताया कि इस तरह को घटना हो गई है। जब भागे-भागे थाना पहुंचे तो शव को देखने नहीं दिया गया। बार-बार कहने के बावजूद थाना पर मौजूद पुलिस डांटने फटकारने लगे। साथ हीं लाठी से मृतक के पिता व मां सबिता देवी को बुरी तरह से मारा गया। जिसमें मृतक की बूढ़ी मां के माथे, पीठ पर निशान पाया गया। मृतक की मां ने बताया कि उसे उठा पटक कर भी मारा गया।
स्थानीय लोगों ने किया उपद्रव, हमारी गलती नहीं वहां थोड़ी देर में स्थानीय लोगों के तरफ से घटना को अंजाम दिया गया है। जिसमें उनकी कोई गलती नहीं है। उनका छोटे लड़का टुनटुन कुमार का नाम भी प्राथमिकी में डाल दिया गया है। लेकिन मेरे परिवार की कहीं कोई गलती उक्त घटना में नहीं है। शव के अंतिम संस्कार के लिए जब मांगा जाने लगा तो शव नहीं दिया जा रहा था। मृतक के पिता ने बताया कि उन्होंने मुस्कान के घरवाले को बुलाने की मांग बार बार की है। लेकिन जब नहीं बुलाया गया व मुस्कान के परिजन जब थाना नहीं पहुंचे तो उन्होंने दोनों शव को मांगा व खुद से दोनों शव जीजा साली का अंतिम संस्कार किया है।
सरोज नाम का लड़का क्यूं सोया था सिरिस्ता में बताए अधिकारी: मृतका की बहन।
इधर मृतक की बहन चमचम कुमारी ने बताया कि जब उसका भाई अपनी साली से शादी कर लिया तो उनके पिता ने कहा कि दोनों बहु को अपने साथ ही घर में रखेंगे। जब ताराबाड़ी पुलिस दोनों गिरफ्तार करने पहुंची तो उसके साथ कोई महिला पुलिस नहीं थी। वहीं सिरिस्ता में जब भाई के साली चांदनी को रखा गया तो वहां एक लड़का जिसकी पहचान करते हुए उन्होंने कहा कि सरोज नामक लड़का उसके रूम में कैसे सोये हुए था। महिला पुलिस क्यूं नहीं थी। इसकी जांच हो। आत्महत्या के दौरान वाली सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया। लेकिन आत्महत्या से पहले वाली फुटेज क्यूं नहीं दिखाया गया।
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