बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को ध्यान में रखते हुए भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ी कर दी गई है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि को रोकने के लिए पूर्ण सतर्कता बरत रही हैं। इसी क्रम में 52वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), अररिया के कमांडेंट श्री महेंद्र प्रताप ने बृहस्पतिवार को सीमावर्ती इलाकों का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने एसएसबी जवानों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए और सीमा पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय असामाजिक तत्वों द्वारा खुली सीमा का दुरुपयोग रोकना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए वाहिनी द्वारा एक विशेष निगरानी दल गठित किया गया है, जो समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त कर स्थिति पर पैनी नजर रख रहा है।
कमांडेंट महेंद्र प्रताप ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल पूरी सजगता और निष्ठा के साथ चुनाव के दौरान शांति एवं निष्पक्षता बनाए रखने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ बेहतर समन्वय बनाते हुए सीमा क्षेत्र में हर गतिविधि पर सतत निगरानी रखी जा रही है।”
उन्होंने ग्रामीणों और सीमावर्ती इलाकों के नागरिकों से भी अपील की कि वे किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षा बलों को दें, ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
52वीं वाहिनी द्वारा चलाया जा रहा यह विशेष अभियान न केवल चुनावी शांति सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध हो रहा है, बल्कि सीमा क्षेत्र में जनसुरक्षा और आपसी सौहार्द की भावना को भी मजबूत कर रहा है।
इस मौके पर निरीक्षक उमेश कुमार सहित एसएसबी के कई अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
सारस न्यूज़, अररिया।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को ध्यान में रखते हुए भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ी कर दी गई है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि को रोकने के लिए पूर्ण सतर्कता बरत रही हैं। इसी क्रम में 52वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), अररिया के कमांडेंट श्री महेंद्र प्रताप ने बृहस्पतिवार को सीमावर्ती इलाकों का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने एसएसबी जवानों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए और सीमा पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय असामाजिक तत्वों द्वारा खुली सीमा का दुरुपयोग रोकना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए वाहिनी द्वारा एक विशेष निगरानी दल गठित किया गया है, जो समय-समय पर सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त कर स्थिति पर पैनी नजर रख रहा है।
कमांडेंट महेंद्र प्रताप ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल पूरी सजगता और निष्ठा के साथ चुनाव के दौरान शांति एवं निष्पक्षता बनाए रखने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ बेहतर समन्वय बनाते हुए सीमा क्षेत्र में हर गतिविधि पर सतत निगरानी रखी जा रही है।”
उन्होंने ग्रामीणों और सीमावर्ती इलाकों के नागरिकों से भी अपील की कि वे किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षा बलों को दें, ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
52वीं वाहिनी द्वारा चलाया जा रहा यह विशेष अभियान न केवल चुनावी शांति सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध हो रहा है, बल्कि सीमा क्षेत्र में जनसुरक्षा और आपसी सौहार्द की भावना को भी मजबूत कर रहा है।
इस मौके पर निरीक्षक उमेश कुमार सहित एसएसबी के कई अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
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