लोकतंत्र का महासंग्राम: इस बार आधुनिक मॉडल की इवीएम सभी बूथों पर लगाये जाने की है योजना
प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने पर भी नहीं होगी किसी प्रकार की परेशानी
छोटी-मोटी खराबी आने पर स्वयं कर लेगी दुरुस्त
लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 में हर बार की तरह इस बार भी आधुनिक मॉडल के इवीएम से मतदान होगा। जिस इवीएम का प्रयोग चुनाव में होने जा रहा है, वह एम-3 इवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन थर्ड जनरेशन की है। नये जमाने की यह चुनाव मशीन, छेड़छाड़ की हर गुंजाइश को खत्म कर देगी। एम-3 इवीएम की यह विशेषता है कि चिप को सिर्फ एक बार प्रोग्राम किया जा सकता है। इवीएम में 24 बैलेट यूनिट व 384 प्रत्याशियों की जानकारी होगी। पहले सिर्फ 04 बैलेट यूनिट व 64 प्रत्याशियों की जानकारी ही रखी जा सकती थी। प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने पर अब आयोग को परेशानी नहीं होगी। पहले 64 से ज्यादा उम्मीदवार होने की स्थिति में बैलेट पेपर इस्तेमाल होने का प्रावधान था। खास बात है कि इसमें कोई भी छोटी-मोटी खराबी आने पर यह स्वयं को दुरूस्त कर लेगी। यानि यदि सॉफ्टवेयर में कोई फॉल्ट है तो यह उसे पकड़ लेगी व डिस्प्ले स्क्रीन पर प्रदर्शित होने लगेगा। इवीएम से कोई छेड़छाड़ करता है तो यह काम करना बंद भी कर देगी। इस मशीन के कंट्रोल यूनिट व बैलेट यूनिट आपस में संवाद करने में सक्षम है। यदि बाहर से कोई कंट्रोल यूनिट या बैलेट यूनिट लगायी जायेगी तो इसके डिजिटल सिग्नेचर मैच नहीं होंगे व सिस्टम काम करना बंद कर देगा। यानि फर्जी मशीन को सिस्टम में नहीं डाला जा सकता है। उप निर्वाचन पदाधिकारी डॉ राम बाबू कुमार ने बताया कि लोस चुनाव में अत्याधुनिक एम-3 इवीएम से मतदान होगा।
सारस न्यूज, अररिया।
लोकतंत्र का महासंग्राम: इस बार आधुनिक मॉडल की इवीएम सभी बूथों पर लगाये जाने की है योजना
प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने पर भी नहीं होगी किसी प्रकार की परेशानी
छोटी-मोटी खराबी आने पर स्वयं कर लेगी दुरुस्त
लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 में हर बार की तरह इस बार भी आधुनिक मॉडल के इवीएम से मतदान होगा। जिस इवीएम का प्रयोग चुनाव में होने जा रहा है, वह एम-3 इवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन थर्ड जनरेशन की है। नये जमाने की यह चुनाव मशीन, छेड़छाड़ की हर गुंजाइश को खत्म कर देगी। एम-3 इवीएम की यह विशेषता है कि चिप को सिर्फ एक बार प्रोग्राम किया जा सकता है। इवीएम में 24 बैलेट यूनिट व 384 प्रत्याशियों की जानकारी होगी। पहले सिर्फ 04 बैलेट यूनिट व 64 प्रत्याशियों की जानकारी ही रखी जा सकती थी। प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने पर अब आयोग को परेशानी नहीं होगी। पहले 64 से ज्यादा उम्मीदवार होने की स्थिति में बैलेट पेपर इस्तेमाल होने का प्रावधान था। खास बात है कि इसमें कोई भी छोटी-मोटी खराबी आने पर यह स्वयं को दुरूस्त कर लेगी। यानि यदि सॉफ्टवेयर में कोई फॉल्ट है तो यह उसे पकड़ लेगी व डिस्प्ले स्क्रीन पर प्रदर्शित होने लगेगा। इवीएम से कोई छेड़छाड़ करता है तो यह काम करना बंद भी कर देगी। इस मशीन के कंट्रोल यूनिट व बैलेट यूनिट आपस में संवाद करने में सक्षम है। यदि बाहर से कोई कंट्रोल यूनिट या बैलेट यूनिट लगायी जायेगी तो इसके डिजिटल सिग्नेचर मैच नहीं होंगे व सिस्टम काम करना बंद कर देगा। यानि फर्जी मशीन को सिस्टम में नहीं डाला जा सकता है। उप निर्वाचन पदाधिकारी डॉ राम बाबू कुमार ने बताया कि लोस चुनाव में अत्याधुनिक एम-3 इवीएम से मतदान होगा।
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