राज्य सरकार द्वारा जीविका कैडर का मानदेय दोगुना किए जाने की घोषणा के बाद भरगामा प्रखंड में खुशी की लहर फैल गई। इस उपलब्धि पर आभार व्यक्त करने और भविष्य की मांगों को लेकर रविवार को जवाहर उच्च विद्यालय परिसर में जीविका दीदियों ने एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष संत कुमार पासवान, प्रखंड अध्यक्ष प्रवीण कुमार मंडल, रमन कुमार, मुकेश कुमार झा, रविंद्र कुमार यादव, मिथिलेश कुमार, मुकेश कुमार यादव, संतोष कुमार, लालू, सतीश कुमार और नंदकिशोर भारती समेत अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर जीविका दीदी लक्ष्मी देवी, रंजू देवी, शबनम निशा, पिंकी देवी, विभा कुमारी और अन्य उपस्थित महिलाओं ने कहा कि मानदेय में वृद्धि से सभी का उत्साह बढ़ा है और इससे काम में नई ऊर्जा आएगी।
बैठक में यह भी मांग रखी गई कि जीविका कैडर की सेवा को स्थाई दर्जा दिया जाए ताकि वे अपने कर्तव्यों को और अधिक आत्मविश्वास व स्थायित्व के साथ कर सकें। साथ ही यह सुझाव भी दिया गया कि मानदेय की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाए ताकि भुगतान में पारदर्शिता बनी रहे और समय पर राशि प्राप्त हो सके।
वक्ताओं ने कहा कि जीविका कैडर ग्रामीण विकास की मुख्य धुरी हैं, जो महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के साथ सरकार की योजनाओं को गांव-गांव पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सरकार से अपील की गई कि उनकी सेवाओं को सम्मान और सुरक्षा दोनों मिले।
बैठक के अंत में तय किया गया कि आगामी दिनों में अपनी मांगों को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेगा। इस बैठक में बड़ी संख्या में जीविका दीदियों की भागीदारी रही और आयोजन में पूरा माहौल जोश और एकजुटता से भरा रहा।
सारस न्यूज़, अररिया।
राज्य सरकार द्वारा जीविका कैडर का मानदेय दोगुना किए जाने की घोषणा के बाद भरगामा प्रखंड में खुशी की लहर फैल गई। इस उपलब्धि पर आभार व्यक्त करने और भविष्य की मांगों को लेकर रविवार को जवाहर उच्च विद्यालय परिसर में जीविका दीदियों ने एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष संत कुमार पासवान, प्रखंड अध्यक्ष प्रवीण कुमार मंडल, रमन कुमार, मुकेश कुमार झा, रविंद्र कुमार यादव, मिथिलेश कुमार, मुकेश कुमार यादव, संतोष कुमार, लालू, सतीश कुमार और नंदकिशोर भारती समेत अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर जीविका दीदी लक्ष्मी देवी, रंजू देवी, शबनम निशा, पिंकी देवी, विभा कुमारी और अन्य उपस्थित महिलाओं ने कहा कि मानदेय में वृद्धि से सभी का उत्साह बढ़ा है और इससे काम में नई ऊर्जा आएगी।
बैठक में यह भी मांग रखी गई कि जीविका कैडर की सेवा को स्थाई दर्जा दिया जाए ताकि वे अपने कर्तव्यों को और अधिक आत्मविश्वास व स्थायित्व के साथ कर सकें। साथ ही यह सुझाव भी दिया गया कि मानदेय की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाए ताकि भुगतान में पारदर्शिता बनी रहे और समय पर राशि प्राप्त हो सके।
वक्ताओं ने कहा कि जीविका कैडर ग्रामीण विकास की मुख्य धुरी हैं, जो महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के साथ सरकार की योजनाओं को गांव-गांव पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सरकार से अपील की गई कि उनकी सेवाओं को सम्मान और सुरक्षा दोनों मिले।
बैठक के अंत में तय किया गया कि आगामी दिनों में अपनी मांगों को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेगा। इस बैठक में बड़ी संख्या में जीविका दीदियों की भागीदारी रही और आयोजन में पूरा माहौल जोश और एकजुटता से भरा रहा।
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