महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाएं अपनी आकांक्षाओं को काफी प्रभावी ढंग से रख रही हैं। महिला संवाद के 19वें दिन मंगलवार को भी महिलाओं ने कई महत्वपूर्ण आकांक्षाएं रखीं। दोनों पालियों में होने वाले महिला संवाद में शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या 19वें दिन भी 7000 से अधिक रही। विदित हो कि महिला संवाद जिले में 18 अप्रैल 2025 से प्रतिदिन जारी है, जिसमें कुल 36 जगहों पर यह कार्यक्रम हो रहा है। कार्यक्रम को 18 संवाद रथों के द्वारा दो पालियों में संपन्न कराया जा रहा है, जिनमें रथों में लगी एलईडी के माध्यम से लोगों तक लघु फिल्म के जरिए प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। ऑडियो-वीडियो के माध्यम से दी जाने वाली इस जानकारी को महिलाओं को समझने में आसानी हो रही है, जिसकी वजह से संवाद लोगों तक ठीक ढंग से पहुंच रहा है। इसके अलावा कार्यक्रम में लीफलेट का वितरण भी किया जाता है, जिनमें बिहार सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी प्रिंट की गई है। रंगीन पेपर पर सरकार की योजनाओं को समझने के लिए इसे बेहतर ढंग से तैयार किया गया है, जिसे पढ़कर भी लोग योजनाओं को आसानी से समझ सकते हैं। इसके अलावा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के संदेश का भी वितरण किया जाता है। इस तरह, कार्यक्रम को बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसकी वजह से इसकी लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है। महिला संवाद के दौरान व्यक्त की जाने वाली आकांक्षाएं काफी अहम हैं। इसे रजिस्टर में अंकित किया जाता है, जिसके बाद इसकी इंट्री एप के माध्यम से की जाती है। मंगलवार को व्यक्त की गई आकांक्षाओं के तहत कुछ महिलाओं ने ग्रामीण इलाके में एंबुलेंस की सुविधा नहीं होने से मेडिकल इमरजेंसी में मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के दौरान होने वाली परेशानियों और दिक्कतों का जिक्र करते हुए इसकी समुचित व्यवस्था करने की मांग की। कार्यक्रम में महिलाओं ने बाढ़ से सुरक्षा के लिए समुचित जल निकासी की व्यवस्था और कृषि क्षेत्रों की रक्षा के लिए तटबंधों के निर्माण की भी आवश्यकता बताई। वहीं, कुछ ने अनाज के भंडारण के लिए गोदाम या शेड बनाए जाने की मांग की। उनका कहना है कि उचित रख-रखाव के अभाव में बहुत अधिक मात्रा में अनाज नष्ट हो जाता है, जिसे बचाने के लिए यह कदम बहुत ही जरूरी है।
सारस न्यूज, अररिया।
महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाएं अपनी आकांक्षाओं को काफी प्रभावी ढंग से रख रही हैं। महिला संवाद के 19वें दिन मंगलवार को भी महिलाओं ने कई महत्वपूर्ण आकांक्षाएं रखीं। दोनों पालियों में होने वाले महिला संवाद में शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या 19वें दिन भी 7000 से अधिक रही। विदित हो कि महिला संवाद जिले में 18 अप्रैल 2025 से प्रतिदिन जारी है, जिसमें कुल 36 जगहों पर यह कार्यक्रम हो रहा है। कार्यक्रम को 18 संवाद रथों के द्वारा दो पालियों में संपन्न कराया जा रहा है, जिनमें रथों में लगी एलईडी के माध्यम से लोगों तक लघु फिल्म के जरिए प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। ऑडियो-वीडियो के माध्यम से दी जाने वाली इस जानकारी को महिलाओं को समझने में आसानी हो रही है, जिसकी वजह से संवाद लोगों तक ठीक ढंग से पहुंच रहा है। इसके अलावा कार्यक्रम में लीफलेट का वितरण भी किया जाता है, जिनमें बिहार सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी प्रिंट की गई है। रंगीन पेपर पर सरकार की योजनाओं को समझने के लिए इसे बेहतर ढंग से तैयार किया गया है, जिसे पढ़कर भी लोग योजनाओं को आसानी से समझ सकते हैं। इसके अलावा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के संदेश का भी वितरण किया जाता है। इस तरह, कार्यक्रम को बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसकी वजह से इसकी लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है। महिला संवाद के दौरान व्यक्त की जाने वाली आकांक्षाएं काफी अहम हैं। इसे रजिस्टर में अंकित किया जाता है, जिसके बाद इसकी इंट्री एप के माध्यम से की जाती है। मंगलवार को व्यक्त की गई आकांक्षाओं के तहत कुछ महिलाओं ने ग्रामीण इलाके में एंबुलेंस की सुविधा नहीं होने से मेडिकल इमरजेंसी में मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के दौरान होने वाली परेशानियों और दिक्कतों का जिक्र करते हुए इसकी समुचित व्यवस्था करने की मांग की। कार्यक्रम में महिलाओं ने बाढ़ से सुरक्षा के लिए समुचित जल निकासी की व्यवस्था और कृषि क्षेत्रों की रक्षा के लिए तटबंधों के निर्माण की भी आवश्यकता बताई। वहीं, कुछ ने अनाज के भंडारण के लिए गोदाम या शेड बनाए जाने की मांग की। उनका कहना है कि उचित रख-रखाव के अभाव में बहुत अधिक मात्रा में अनाज नष्ट हो जाता है, जिसे बचाने के लिए यह कदम बहुत ही जरूरी है।
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