गया जंक्शन से शनिवार को देर रात आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश के नेतृत्व में रेलवे चाइल्डलाइन के सहयोग से आरपीएफ की टीम ने बालश्रम कराने ले जा रहे नौ बच्चों के साथ एक दलाल को गिरफ्तार किया गया।
आरपीएफ के उपनिरीक्षक सुभाष राम ड्यूटी के दौरान अपने टीम के साथ सूचना मिलते ही जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक के दिल्ली छोर पर स्थित नवनिर्मित पैदल पुल के पास पहुंचकर एक व्यक्ति के साथ नौ छोटे छोटे बच्चों को बैठे देखा।
आरपीएफ ने बच्चों से पूछताछ की। सभी ने बताया गया कि राजस्थान में मजदूरी करने जा रहे हैं तथा आगे बताया कि उनको ले जा रहे व्यक्ति हम सभी के माता-पिता को 5000 रुपए महीना की बात बताकर राजस्थान में फैक्ट्री में काम कराने के लिए ले जा रहे हैं। बच्चों के संबंध में व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम सुगी राजवंशी उम्र 31 वर्ष पिता कैलू राजवंशी ग्राम चकरा थाना अतरी जिला गया बताया।
आरपीएफ के समक्ष बालश्रम कराने ले जा रहे दलाल ने अपना अपराध स्वीकार किया। इस मामले में आरपीएफ की टीम ने अग्रिम कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार दलाल और नौ बच्चों को राजकीय रेल थाना गया के समक्ष प्रस्तुत किया गया। रेल थाना में गिरफ्तार दलाल के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। साथ ही मामले की जांच रेल थाना के उप निरीक्षक जयप्रकाश सिंह को सुपुर्द किया गया।चाइल्डलाइन गया के निदेशक दीपक कुमार ने बच्चों की तस्करी रोकनें के लिए अपनी टीम को तैयार रखा है कि गया जंक्शन से एक भी बालक की तस्करी नही होने पाए।
जब भी बच्चों का झुंड किसी एक दो व्यक्ति के साथ देखे तो तुरंत आरपीएफ व रेल थाना को सूचित करते हुए बच्चों को विमुक्त करने का प्रयास करें। जिसके लिए लगातार रेलवे जंक्शन परिसर में जागरूकता कार्यक्रम भी चलाई जा रही है।
इस अभियान में आरपीएफ के उपनिरीक्षक पूनम कुमारी, प्रधान आरक्षी रवि कमल, आरक्षी शशि शेखर, आरक्षी नरेंद्र कुमार, आरक्षी विकास कुमार, महिला आरक्षी सुष्मिता टूडू व सीआईबी प्रधान आरक्षी अरविंद कुमार सिंह सीसीटीवी रूम में तैनात महिला आरक्षी नंदनी कुमारी एवं चाइल्डलाइन गया के सदस्य अपराजिता आजाद जाहिद अख्तर के अलावे एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के सदस्य, टास्क टीम गया के सदस्य एवं सीआईबी गया के सदस्य निरीक्षक प्रभारी के नेतृत्व में शामिल थे।
सारस न्यूज टीम, गया।
गया जंक्शन से शनिवार को देर रात आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश के नेतृत्व में रेलवे चाइल्डलाइन के सहयोग से आरपीएफ की टीम ने बालश्रम कराने ले जा रहे नौ बच्चों के साथ एक दलाल को गिरफ्तार किया गया।
आरपीएफ के उपनिरीक्षक सुभाष राम ड्यूटी के दौरान अपने टीम के साथ सूचना मिलते ही जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक के दिल्ली छोर पर स्थित नवनिर्मित पैदल पुल के पास पहुंचकर एक व्यक्ति के साथ नौ छोटे छोटे बच्चों को बैठे देखा।
आरपीएफ ने बच्चों से पूछताछ की। सभी ने बताया गया कि राजस्थान में मजदूरी करने जा रहे हैं तथा आगे बताया कि उनको ले जा रहे व्यक्ति हम सभी के माता-पिता को 5000 रुपए महीना की बात बताकर राजस्थान में फैक्ट्री में काम कराने के लिए ले जा रहे हैं। बच्चों के संबंध में व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम सुगी राजवंशी उम्र 31 वर्ष पिता कैलू राजवंशी ग्राम चकरा थाना अतरी जिला गया बताया।
आरपीएफ के समक्ष बालश्रम कराने ले जा रहे दलाल ने अपना अपराध स्वीकार किया। इस मामले में आरपीएफ की टीम ने अग्रिम कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार दलाल और नौ बच्चों को राजकीय रेल थाना गया के समक्ष प्रस्तुत किया गया। रेल थाना में गिरफ्तार दलाल के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। साथ ही मामले की जांच रेल थाना के उप निरीक्षक जयप्रकाश सिंह को सुपुर्द किया गया।चाइल्डलाइन गया के निदेशक दीपक कुमार ने बच्चों की तस्करी रोकनें के लिए अपनी टीम को तैयार रखा है कि गया जंक्शन से एक भी बालक की तस्करी नही होने पाए।
जब भी बच्चों का झुंड किसी एक दो व्यक्ति के साथ देखे तो तुरंत आरपीएफ व रेल थाना को सूचित करते हुए बच्चों को विमुक्त करने का प्रयास करें। जिसके लिए लगातार रेलवे जंक्शन परिसर में जागरूकता कार्यक्रम भी चलाई जा रही है।
इस अभियान में आरपीएफ के उपनिरीक्षक पूनम कुमारी, प्रधान आरक्षी रवि कमल, आरक्षी शशि शेखर, आरक्षी नरेंद्र कुमार, आरक्षी विकास कुमार, महिला आरक्षी सुष्मिता टूडू व सीआईबी प्रधान आरक्षी अरविंद कुमार सिंह सीसीटीवी रूम में तैनात महिला आरक्षी नंदनी कुमारी एवं चाइल्डलाइन गया के सदस्य अपराजिता आजाद जाहिद अख्तर के अलावे एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के सदस्य, टास्क टीम गया के सदस्य एवं सीआईबी गया के सदस्य निरीक्षक प्रभारी के नेतृत्व में शामिल थे।
Leave a Reply