जन सुराज पदयात्रा के दौरान सीतामढ़ी में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मोदी और लालू अकेले नहीं है, जिस सीपीआई (एमएल) के लिए आप लोगों ने लाठी-डंडे खाए हैं, आज वही सीपीआई (एमएल) लालू यादव की लालटेन को अपने सिर पर लेकर चल रही है। अब आप ही बताइए कि इस तरह कैसे बिहार की दशा सुधरेगी? बिहार के गांवों में हम यही बताने के लिए आए हैं कि आपको ये समझना होगा कि कोई आपकी दशा को नहीं बदल सकता है, जब तक आप खुद अपने बारे में नहीं सोचेंगे। यदि आप अपने बारे में नहीं सोच रहे हैं, तो कम से कम अपने बच्चों के बारे में सोचिए। यदि आप धर्म के नाम पर, विचारधारा के नाम, 5 किलो अनाज के नाम पर वोट करेंगे तो जिस गरीबी और बदहाली में आपका जीवन बीता है, आपके बच्चों का भविष्य भी उसी गरीबी और बदहाली में गुजरेगा। आज बिहार में कोई जाति के नाम पर बंधुआ मजदूर बन गया है कोई धर्म के नाम पर बन गया है, आप सोचिए कि आपके बच्चों की चिंता कौन करेगा? आपके बच्चों की चिंता कोई नहीं करेगा आप देख सकते हैं कि पिछले 50 सालों से आपके और आपके बच्चों की क्या स्थिति बनी हुई है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सीतामढ़ी में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मोदी और लालू अकेले नहीं है, जिस सीपीआई (एमएल) के लिए आप लोगों ने लाठी-डंडे खाए हैं, आज वही सीपीआई (एमएल) लालू यादव की लालटेन को अपने सिर पर लेकर चल रही है। अब आप ही बताइए कि इस तरह कैसे बिहार की दशा सुधरेगी? बिहार के गांवों में हम यही बताने के लिए आए हैं कि आपको ये समझना होगा कि कोई आपकी दशा को नहीं बदल सकता है, जब तक आप खुद अपने बारे में नहीं सोचेंगे। यदि आप अपने बारे में नहीं सोच रहे हैं, तो कम से कम अपने बच्चों के बारे में सोचिए। यदि आप धर्म के नाम पर, विचारधारा के नाम, 5 किलो अनाज के नाम पर वोट करेंगे तो जिस गरीबी और बदहाली में आपका जीवन बीता है, आपके बच्चों का भविष्य भी उसी गरीबी और बदहाली में गुजरेगा। आज बिहार में कोई जाति के नाम पर बंधुआ मजदूर बन गया है कोई धर्म के नाम पर बन गया है, आप सोचिए कि आपके बच्चों की चिंता कौन करेगा? आपके बच्चों की चिंता कोई नहीं करेगा आप देख सकते हैं कि पिछले 50 सालों से आपके और आपके बच्चों की क्या स्थिति बनी हुई है।
Leave a Reply