पपीता एक ऐसा फल है जिसे खासतौर से पेट की दिक्कतें दूर करने के लिए खाया जाता है। इसमें मौजूद अनेक पोषक तत्वों के लिए पाचन को बेहतर करने के लिए इस फल का सेवन होता है। लेकिन जब बात कब्ज की आती है तो इस पपीते के पेड़ का एक दूसरा हिस्सा भी है जो कारगर तरीके से असर दिखाता है। इस हिस्से की बात करें तो इसके रस को बुखार दूर करने में भी पिया जाता है। यह हिस्सा असल में है पपीते के पत्ते कब्ज दूर करने में पपीते के पत्तों का सेवन अच्छा साबित होता है। किस तरह यह आप आगे जान सकेंगे।
कब्ज एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति के लिए मलत्याग करना दूभर हो जाता है। कब्ज होने पर मलत्याग में दिक्कत होने से अक्सर व्यक्ति बाथरूम में घंटों तक वक्त बिताता है फिर भी पेट साफ होने का नाम नहीं लेता आलम यह हो जाता है कि चैन से खाना-पीना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय हैं जो काम आ सकते हैं। इसके अलावा खानपान में बदलाव करने पर भी कब्ज की दिक्कत से छुटकारा मिल जाता है।
पपीते के पत्तों की बात करें तो इन पत्तों में कई तरह के एंजाइम्स पाए जाते हैं जो पाचन को बेहतर करने में असर दिखाते हैं। इसके अलावा यह ब्लोटिंग को दूर करने में भी असरदार हैं। साथ ही इनमें विटामिन ए, बी, सी, ई और के भी पाया जाता है। इन पत्तों में फाइबर की अत्यधिक मात्रा होती है जो कब्ज से मुक्ति दिलाने में असर दिखाता है। इसके अलावा ये पत्ते पेट की अन्य दिक्कतों जैसे पेट में गुड़गुड़, जी मिचलाना, एसिडिटी और खट्टी डकार को दूर करने में भी सहायक हैं।
कैसे करें सेवन
पपीते के पत्तों का कब्ज दूर करने के लिए जूस बनाकर पिया जा सकता है। इस जूस को बनाने के लिए सबसे पहले पपीते के ताजा पत्तों को लीजिए ये पत्ते अपने तने से कटे होने चाहिए जिस तरह आप पालक काटते हैं बिल्कुल उसी तरह इन पत्तों को काटकर पानी में डालें और फिर ब्लेंडर में ब्लेंड कर लें पत्ते पिसकर जूस तैयार हो जाएगा आप प्रतिदिन 100 मिलीलीटर तक पपीते के पत्तों के जूस का सेवन कर सकते हैं। अगर स्वाद ना आए तो इसमें हल्का नमक या फिर चीनी अपनी पसंदनुसार मिलाई जा सकती है। इसे एक बार में ना भी पीना चाहें तो दिन में 2 से 3 बार में पी लें इससे आपको कब्ज से आराम मिलता महसूस होगा।
सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज।
पपीता एक ऐसा फल है जिसे खासतौर से पेट की दिक्कतें दूर करने के लिए खाया जाता है। इसमें मौजूद अनेक पोषक तत्वों के लिए पाचन को बेहतर करने के लिए इस फल का सेवन होता है। लेकिन जब बात कब्ज की आती है तो इस पपीते के पेड़ का एक दूसरा हिस्सा भी है जो कारगर तरीके से असर दिखाता है। इस हिस्से की बात करें तो इसके रस को बुखार दूर करने में भी पिया जाता है। यह हिस्सा असल में है पपीते के पत्ते कब्ज दूर करने में पपीते के पत्तों का सेवन अच्छा साबित होता है। किस तरह यह आप आगे जान सकेंगे।
कब्ज एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति के लिए मलत्याग करना दूभर हो जाता है। कब्ज होने पर मलत्याग में दिक्कत होने से अक्सर व्यक्ति बाथरूम में घंटों तक वक्त बिताता है फिर भी पेट साफ होने का नाम नहीं लेता आलम यह हो जाता है कि चैन से खाना-पीना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय हैं जो काम आ सकते हैं। इसके अलावा खानपान में बदलाव करने पर भी कब्ज की दिक्कत से छुटकारा मिल जाता है।
पपीते के पत्तों की बात करें तो इन पत्तों में कई तरह के एंजाइम्स पाए जाते हैं जो पाचन को बेहतर करने में असर दिखाते हैं। इसके अलावा यह ब्लोटिंग को दूर करने में भी असरदार हैं। साथ ही इनमें विटामिन ए, बी, सी, ई और के भी पाया जाता है। इन पत्तों में फाइबर की अत्यधिक मात्रा होती है जो कब्ज से मुक्ति दिलाने में असर दिखाता है। इसके अलावा ये पत्ते पेट की अन्य दिक्कतों जैसे पेट में गुड़गुड़, जी मिचलाना, एसिडिटी और खट्टी डकार को दूर करने में भी सहायक हैं।
कैसे करें सेवन
पपीते के पत्तों का कब्ज दूर करने के लिए जूस बनाकर पिया जा सकता है। इस जूस को बनाने के लिए सबसे पहले पपीते के ताजा पत्तों को लीजिए ये पत्ते अपने तने से कटे होने चाहिए जिस तरह आप पालक काटते हैं बिल्कुल उसी तरह इन पत्तों को काटकर पानी में डालें और फिर ब्लेंडर में ब्लेंड कर लें पत्ते पिसकर जूस तैयार हो जाएगा आप प्रतिदिन 100 मिलीलीटर तक पपीते के पत्तों के जूस का सेवन कर सकते हैं। अगर स्वाद ना आए तो इसमें हल्का नमक या फिर चीनी अपनी पसंदनुसार मिलाई जा सकती है। इसे एक बार में ना भी पीना चाहें तो दिन में 2 से 3 बार में पी लें इससे आपको कब्ज से आराम मिलता महसूस होगा।
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