बिहार में बदलते मौसम के साथ हवा जहरीली हो गई है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ी तो प्रदूषण भी बढ़ता चला गया। सोमवार को 339 एक्यूआई के साथ सिवान सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। प्रदूषण का कारण धूल के कण हैं। फिलहाल हवा की गति काफी धीमी हो गई है जिससे वातावरण में नमी और धूलकण की एक परत बन गई है।
मौसम में बदलाव आने के कारण प्रदेश में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब हो गई है। सोमवार को सिवान राज्य का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। सिवान में वायु प्रदूषण की मात्रा 339 एक्यूआइ रिकार्ड की गई।
वहीं राजधानी पटना में वायु प्रदूषण 304 एक्यूआइ रहा। पटना के अलावा आरा, छपरा, हाजीपुर, मोतिहारी एवं बेतिया में भी वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब रही। मानक से ज्यादा वायु प्रदूषण होने पर इसका सीधा असर मानव स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। लोगों में एलर्जी की समस्या काफी देखी जा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी सांस के मरीजों को हो रही है।
बदलते मौसम ने बिगाड़ी हवा
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डा. डीके शुक्ला का कहना है कि राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति मौसम में बदलाव आने के कारण खराब हुई है। इसका मुख्य कारण धूलकण है। यहां पर औद्योगिक कचरा नहीं है। फिलहाल हवा की गति काफी धीमी हो गई है, वातावरण में नमी एवं धूलकण की एक परत बन गई है। हवा तेज होने पर वातावरण साफ हो जाएगा। मानव जनित प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। कचरा जलाने पर रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि किसानों पर नजर रखें, ताकि वे खेत में फसल अवशिष्ट ना जला सकें।
जिले के शहरों का एक्यूआई सिवान : 339
पटना : 304
आरा : 304
छपरा : 293
हाजीपुर : 270
मोतिहारी : 227
बेतिया : 196
गांधी मैदान की हवा सबसे खतरनाक
राजधानी में प्रदूषण की स्थिति खतरनाक हो गई है। खासकर गांधी मैदान वाले इलाके में प्रदूषण की मात्रा 435 एक्यूआइ रिकार्ड की गई। वहीं दानापुर में 359 एवं शास्त्रीनगर में 383 रिकार्ड किया गया। इको पार्क के पास 272 एवं तारामंडल के पास 208 एवं पटना सिटी में 165 रिकार्ड किया गया।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
बिहार में बदलते मौसम के साथ हवा जहरीली हो गई है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ी तो प्रदूषण भी बढ़ता चला गया। सोमवार को 339 एक्यूआई के साथ सिवान सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। प्रदूषण का कारण धूल के कण हैं। फिलहाल हवा की गति काफी धीमी हो गई है जिससे वातावरण में नमी और धूलकण की एक परत बन गई है।
मौसम में बदलाव आने के कारण प्रदेश में वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब हो गई है। सोमवार को सिवान राज्य का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। सिवान में वायु प्रदूषण की मात्रा 339 एक्यूआइ रिकार्ड की गई।
वहीं राजधानी पटना में वायु प्रदूषण 304 एक्यूआइ रहा। पटना के अलावा आरा, छपरा, हाजीपुर, मोतिहारी एवं बेतिया में भी वायु प्रदूषण की स्थिति काफी खराब रही। मानक से ज्यादा वायु प्रदूषण होने पर इसका सीधा असर मानव स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। लोगों में एलर्जी की समस्या काफी देखी जा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी सांस के मरीजों को हो रही है।
बदलते मौसम ने बिगाड़ी हवा
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डा. डीके शुक्ला का कहना है कि राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति मौसम में बदलाव आने के कारण खराब हुई है। इसका मुख्य कारण धूलकण है। यहां पर औद्योगिक कचरा नहीं है। फिलहाल हवा की गति काफी धीमी हो गई है, वातावरण में नमी एवं धूलकण की एक परत बन गई है। हवा तेज होने पर वातावरण साफ हो जाएगा। मानव जनित प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। कचरा जलाने पर रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि किसानों पर नजर रखें, ताकि वे खेत में फसल अवशिष्ट ना जला सकें।
जिले के शहरों का एक्यूआई सिवान : 339
पटना : 304
आरा : 304
छपरा : 293
हाजीपुर : 270
मोतिहारी : 227
बेतिया : 196
गांधी मैदान की हवा सबसे खतरनाक
राजधानी में प्रदूषण की स्थिति खतरनाक हो गई है। खासकर गांधी मैदान वाले इलाके में प्रदूषण की मात्रा 435 एक्यूआइ रिकार्ड की गई। वहीं दानापुर में 359 एवं शास्त्रीनगर में 383 रिकार्ड किया गया। इको पार्क के पास 272 एवं तारामंडल के पास 208 एवं पटना सिटी में 165 रिकार्ड किया गया।
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