बिहार के नौ हजार 360 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में साइबर क्राइम और सुरक्षित वित्तीय लेन-देन का पाठ शामिल होंगी। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय साक्षरता संबंधी विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने का अनुरोध शिक्षा विभाग से किया गया है। डिजिटल और कार्ड आधारित बैंकिंग को बढ़ावा देने के साथ ही साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रही हैं। इसके प्रति लोगों को सचेत करने की कवायद अब स्कूल स्तर से होगी।
नौवीं और दसवीं में मिलेगा साइबर क्राइम की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक के सुझाव को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम को नौवीं और दसवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में संबंधित विषयों को शामिल करने को कही है। इसमें विद्यार्थियों को साइबर क्राइम एवं सुरक्षित वित्तीय लेने-देन संबंधी पाठ के बारे में पूरी जानकारी दिया जाएगा। उम्मीद है कि नए सत्र से ही इसे लागू की जाएगी।
अगले सत्र से शुरू हो सकती है नए विषय की पढ़ाई बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम के एक अधिकारी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा के तहत कक्षा नौवीं और दसवीं में साइबर क्राइम एवं सुरक्षित वित्तीय लेन-देन संबंधी विषय शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को वित्तीय अपराध से जुड़ी जानकारी देनी है। विद्यालयों में वित्तीय साक्षरता पढ़ाने हेतु कक्षा छह से दसवीं तक के पाठ्यक्रम में वित्तीय साक्षरता की पढ़ाई अगले सत्र से आरंभ किया जायेगा।
सारस न्यूज, बिहार।
बिहार के नौ हजार 360 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में साइबर क्राइम और सुरक्षित वित्तीय लेन-देन का पाठ शामिल होंगी। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय साक्षरता संबंधी विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने का अनुरोध शिक्षा विभाग से किया गया है। डिजिटल और कार्ड आधारित बैंकिंग को बढ़ावा देने के साथ ही साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रही हैं। इसके प्रति लोगों को सचेत करने की कवायद अब स्कूल स्तर से होगी।
नौवीं और दसवीं में मिलेगा साइबर क्राइम की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक के सुझाव को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम को नौवीं और दसवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में संबंधित विषयों को शामिल करने को कही है। इसमें विद्यार्थियों को साइबर क्राइम एवं सुरक्षित वित्तीय लेने-देन संबंधी पाठ के बारे में पूरी जानकारी दिया जाएगा। उम्मीद है कि नए सत्र से ही इसे लागू की जाएगी।
अगले सत्र से शुरू हो सकती है नए विषय की पढ़ाई बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम के एक अधिकारी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा के तहत कक्षा नौवीं और दसवीं में साइबर क्राइम एवं सुरक्षित वित्तीय लेन-देन संबंधी विषय शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को वित्तीय अपराध से जुड़ी जानकारी देनी है। विद्यालयों में वित्तीय साक्षरता पढ़ाने हेतु कक्षा छह से दसवीं तक के पाठ्यक्रम में वित्तीय साक्षरता की पढ़ाई अगले सत्र से आरंभ किया जायेगा।
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