बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण अंतर्गत संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण, प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रगणकों तथा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करने का डीएम ने दिया निर्देश।
बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण का कार्य दिनांक 15 अप्रैल से 15 मई 2023 तक निर्धारित है। बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण अंतर्गत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ जिला परिषद सभागार में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री द्वारा 23 मार्च को किया गया था। 24 मार्च को भी प्रशिक्षण जारी रहा। पोठिया,दिघलबैंक और टेढ़ागाछ प्रखंड का प्रशिक्षण पूर्ण हुआ।
इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता अनुज कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं संबंधित चार्ज पदाधिकारी तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।जिलास्तर पर प्रशिक्षण के उपरांत फील्ड मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रखंडों में प्रगणकों तथा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।
प्रशिक्षण सत्र के उद्घाटन में 23 मार्च को प्रधान गणना पदाधिकारी – सह- जिलाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि इस चरण में प्रत्येक परिवार/व्यक्ति के व्यक्तिगत, सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक आंकड़े प्रपत्र और मोबाइल ऐप दोनों के माध्यम से एकत्रित किये जायेंगे। गणना प्रपत्र में परिवार से आंकड़े लेकर उस परिवार के प्रधान का हस्ताक्षर प्राप्त करने के उपरांत सभी आंकड़े मोबाईल एप में प्रविष्ट किये जायेंगे।मोबाईल ऐप से यह आंकड़ा स्टेट डाटा सेंटर के सर्वर पर एकत्रित होगा, जो बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल पर देखा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि प्राप्त आंकड़ों का प्रसंस्करण और प्रतिवेदन/ग्राफ/विवरणी आदि का निर्माण भी इसी पोर्टल से होगा। गणना प्रपत्र और मोबाईल ऐप पर प्रत्येक परिवार के लिए एक ही क्रमांक होंगे। गणना के बाद सभी प्रपत्र को स्कैन कर मोबाईल के आंकड़े से टैग कर सॉफ्ट कॉपी में रख लिया जायेगा।
जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने प्रथम चरण अंतर्गत जाति आधारित गणना कार्य में सराहनीय कार्य को लेकर सभी अधिकारियों एवं कर्मियों की सराहना किया था। उन्होंने कहा कि टीम वर्क में कार्य कर प्रथम चरण अंतर्गत जाति आधारित गणना का कार्य बेहतर तरीके से किया गया है। उसी प्रकार आगे भी कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि स्टेट लेवल तथा डिस्ट्रीक्ट लेवल से प्राप्त अद्यतन दिशा-निर्देश का अक्षरशः अनुपालन करें।
जिलास्तर पर अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा त्रुटिरहित गणना कार्य सम्पन्न करायें। फिल्ड में कार्य करने वाले प्रगणकों, पर्यवेक्षकों से फीडबैक लेते रहें। अपर जिला गणना पदाधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि ये प्रशिक्षण 23 मार्च से 25 मार्च तक जिला स्तर पर प्रदान किया जाएगा। इसमें 24 मार्च को जिला स्तरीय पदाधिकारी के अतिरिक्त चार्ज पदाधिकारी समेत फील्ड ट्रेनर, आईटी सहायक आदि को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जाति आधारित गणना 2022 के द्वितीय चरण (जो 15 अप्रैल से 15 मई तक की जानी है) का प्रशिक्षण बैचवार दिया जा रहा है। 25 मार्च तक सभी प्रखंड और नगर निकाय के चार्ज पदाधिकारी, फील्ड ट्रेनर तथा आई०टी० सहायक द्वारा भाग लिया जाना है। प्रशिक्षण में बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र की जानकारी दी गई।
इस प्रपत्र में चार भाग है। लोकेशन कोड विवरणी गणना संकलन, कोड एवं विकल्प तथा परिवार के किसी सदस्य द्वारा घोषणा की जानकारी दी गई। प्रपत्र के भाग दो में कुल 17 प्रकार के प्रश्न है इसकी जानकारी प्रशिक्षण के समय दी गई। द्वितीय चरण में मोबाईल ऐप का भी उपयोग किया जाना है इससे संबंधित जानकारी भी आई०टी० प्रबंधक द्वारा दी गई।
सारस न्युज, किशनगंज।
बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण का कार्य दिनांक 15 अप्रैल से 15 मई 2023 तक निर्धारित है। बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण अंतर्गत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ जिला परिषद सभागार में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री द्वारा 23 मार्च को किया गया था। 24 मार्च को भी प्रशिक्षण जारी रहा। पोठिया,दिघलबैंक और टेढ़ागाछ प्रखंड का प्रशिक्षण पूर्ण हुआ।
इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता अनुज कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं संबंधित चार्ज पदाधिकारी तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।जिलास्तर पर प्रशिक्षण के उपरांत फील्ड मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रखंडों में प्रगणकों तथा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।
प्रशिक्षण सत्र के उद्घाटन में 23 मार्च को प्रधान गणना पदाधिकारी – सह- जिलाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि इस चरण में प्रत्येक परिवार/व्यक्ति के व्यक्तिगत, सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक आंकड़े प्रपत्र और मोबाइल ऐप दोनों के माध्यम से एकत्रित किये जायेंगे। गणना प्रपत्र में परिवार से आंकड़े लेकर उस परिवार के प्रधान का हस्ताक्षर प्राप्त करने के उपरांत सभी आंकड़े मोबाईल एप में प्रविष्ट किये जायेंगे।मोबाईल ऐप से यह आंकड़ा स्टेट डाटा सेंटर के सर्वर पर एकत्रित होगा, जो बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल पर देखा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि प्राप्त आंकड़ों का प्रसंस्करण और प्रतिवेदन/ग्राफ/विवरणी आदि का निर्माण भी इसी पोर्टल से होगा। गणना प्रपत्र और मोबाईल ऐप पर प्रत्येक परिवार के लिए एक ही क्रमांक होंगे। गणना के बाद सभी प्रपत्र को स्कैन कर मोबाईल के आंकड़े से टैग कर सॉफ्ट कॉपी में रख लिया जायेगा।
जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने प्रथम चरण अंतर्गत जाति आधारित गणना कार्य में सराहनीय कार्य को लेकर सभी अधिकारियों एवं कर्मियों की सराहना किया था। उन्होंने कहा कि टीम वर्क में कार्य कर प्रथम चरण अंतर्गत जाति आधारित गणना का कार्य बेहतर तरीके से किया गया है। उसी प्रकार आगे भी कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि स्टेट लेवल तथा डिस्ट्रीक्ट लेवल से प्राप्त अद्यतन दिशा-निर्देश का अक्षरशः अनुपालन करें।
जिलास्तर पर अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा त्रुटिरहित गणना कार्य सम्पन्न करायें। फिल्ड में कार्य करने वाले प्रगणकों, पर्यवेक्षकों से फीडबैक लेते रहें। अपर जिला गणना पदाधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि ये प्रशिक्षण 23 मार्च से 25 मार्च तक जिला स्तर पर प्रदान किया जाएगा। इसमें 24 मार्च को जिला स्तरीय पदाधिकारी के अतिरिक्त चार्ज पदाधिकारी समेत फील्ड ट्रेनर, आईटी सहायक आदि को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जाति आधारित गणना 2022 के द्वितीय चरण (जो 15 अप्रैल से 15 मई तक की जानी है) का प्रशिक्षण बैचवार दिया जा रहा है। 25 मार्च तक सभी प्रखंड और नगर निकाय के चार्ज पदाधिकारी, फील्ड ट्रेनर तथा आई०टी० सहायक द्वारा भाग लिया जाना है। प्रशिक्षण में बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र की जानकारी दी गई।
इस प्रपत्र में चार भाग है। लोकेशन कोड विवरणी गणना संकलन, कोड एवं विकल्प तथा परिवार के किसी सदस्य द्वारा घोषणा की जानकारी दी गई। प्रपत्र के भाग दो में कुल 17 प्रकार के प्रश्न है इसकी जानकारी प्रशिक्षण के समय दी गई। द्वितीय चरण में मोबाईल ऐप का भी उपयोग किया जाना है इससे संबंधित जानकारी भी आई०टी० प्रबंधक द्वारा दी गई।
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